जाति व्यवस्था पर बोले मोहन भागवत, स्वयंसेवक ही करते हैं सबसे ज्यादा अंतरजातीय विवाह
‘भाजपा गंभीरता से ले संघ प्रमुख का बयान’
आपको बता दें कि शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में भाजपा की आलोचना करते हुए लिखा है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान को मोदी सरकार गंभीरता से ले। नहीं तो उसका खामियाजा भुगतान पड़ेगा। आगे कहा गया है कि भाजपा ने मंदिर निर्माण के मुद्दे को सिर्फ चुनावी वादे तक सीमित कर दिया है और इसलिए यह हिन्दुत्व का माखौल उड़ाने वाला मुद्दा बन गया है। आपको बता दें कि दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम के आखिरी दिन बुधवार को संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा उठाया था। भागवत ने कहा था संघ का मत है कि राम मंदिर का निर्माण जल्द से जल्द होना चाहिए। इसपर शुक्रवार को शिवसेना ने कहा कि संघ का मंदिर निर्माण पर अपनाई गई प्रतिबद्धता अभी भी कायम है, पर क्या भाजपा नेताओं के अंतर्मन में उस प्रतिबद्धता का एक अंश भी बचा है। शिवसेना ने तंज कसते हुए कहा कि क्या पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें और सैनिकों के कलम होते सिर भारत का भविष्य हैं?