17 पर्यटन स्थलों का होगा कायाकल्प मोदी सरकार 17 प्रतिष्ठित पर्यटन स्थलों का विकास विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्रों के रूप में करेगी ( 50 days of modi government, Development Of Tourism Place )। जिससे पर्यटन स्थलों पर घरेलू और विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ायी जा सके। वहीं,व्यवसाय करने की सुगमता और ईएसआई सुधारों के साथ अनुपालन की सरलता पर मोदी सरकार जोर दे रही है।
पढ़ेें- मोदी सरकार के 50 दिन: बुनियादी ढांचे पर 100 लाख करोड़ होंगे खर्च, किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य ESI में सुधार – मोदी सरकार ने नियोक्ताओं एवं कर्मचारियों दोनों से ईएसआई योगदान दर को घटाया।
– नियोक्ताओं के योगदान को 4.75% से घटा कर 3.25% किया गया।
– कर्मचारियों के योगदान को 1.75% से घटा कर 0.75% किया गया।
– इससे 3.6 करोड़ कर्मचारियों और 12.85 नियोक्ताओं को लाभ पहुंचा।
– सरकार के इस पहल से श्रमिकों को उल्लेखनीय आर्थिक लाभ हुआ, नियमानुरूप कार्य करने को बढ़ावा मिला और ईएसआई योजना में श्रमिकों का अधिक नामांकन किया जाना सुगम हुआ।
– नियोक्ताओं के योगदान को 4.75% से घटा कर 3.25% किया गया।
– कर्मचारियों के योगदान को 1.75% से घटा कर 0.75% किया गया।
– इससे 3.6 करोड़ कर्मचारियों और 12.85 नियोक्ताओं को लाभ पहुंचा।
– सरकार के इस पहल से श्रमिकों को उल्लेखनीय आर्थिक लाभ हुआ, नियमानुरूप कार्य करने को बढ़ावा मिला और ईएसआई योजना में श्रमिकों का अधिक नामांकन किया जाना सुगम हुआ।
पढ़ें- मोदी सरकार के 50 दिन : NRI को आधार कार्ड, शिक्षा और युवाओं के लिए कई कार्यक्रमों की शुरुआत बेहतर हवाई अड्डे बनाने का लक्ष्य – हवाई अड्डों को पट्टे पर देकर राजस्व में वृद्धि और बेहतर हवाई अड्डे बनाने का लक्ष्य
– मोदी सरकार ने भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण के अहमदाबाद, लखनऊ, मंगलूरू तीन हवाई अड्डों को पीपीपी मॉडल के माध्यम से पट्टे पर देने का फैसला किया।
– इन परियोजनाओं से आवश्यक निवेश के साथ-साथ सेवा प्रदान करने, निपुणता, उद्यमिता और व्यावसायिकता में वृद्धि होगी।
– इससे भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण के राजस्व में वृद्धि के साथ-साथ टीयर दो और टीयर तीन शहरों में भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण द्वारा और निवेश करने में मदद मिलेगी।
– ऐसे विकासात्मक गतिविधियों से रोजगार सृजन और इससे संबंधित संरचना की दृष्टि से इस क्षेत्र के आर्थिक विकास में तेजी आएगी।
– मोदी सरकार ने भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण के अहमदाबाद, लखनऊ, मंगलूरू तीन हवाई अड्डों को पीपीपी मॉडल के माध्यम से पट्टे पर देने का फैसला किया।
– इन परियोजनाओं से आवश्यक निवेश के साथ-साथ सेवा प्रदान करने, निपुणता, उद्यमिता और व्यावसायिकता में वृद्धि होगी।
– इससे भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण के राजस्व में वृद्धि के साथ-साथ टीयर दो और टीयर तीन शहरों में भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण द्वारा और निवेश करने में मदद मिलेगी।
– ऐसे विकासात्मक गतिविधियों से रोजगार सृजन और इससे संबंधित संरचना की दृष्टि से इस क्षेत्र के आर्थिक विकास में तेजी आएगी।