अरविंद केजरीवाल के कैबिनेट ( Arvind Kejriwal’s cabinet ) में जिन 6 विधायकों को जगह मिली है वे वही पुराने मंत्री हैं तो पिछली सरकार में शामिल थे। इनमें मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, इमरान हुसैन, गोपाल राय, राजेंद्र गौतम और कैलाश गहलोत का नाम शामिल है। आइए जानते हैं कि इस बार की कैबिनेट में कौन से मंत्री को क्या विभाग मिल सकते है..
मनीष सिसोदिया ( manish sisodia )
मनीष सिसोदिया अरविंद केजरीवाल के राइट हैंड यानी दाहिना हाथ माने जाते हैं। AAP में अरविंद केजरीवाल के बाद दूसरे नंबर के नेता के तौर पर सिसोदिया का नाम आता है। पिछली विधानसभा में वे दिल्ली के उपमुख्यमंत्री रहे। इसके अलावा उन्होंने शिक्षा, कला, संस्कृति और भाषाओं के साथ-साथ वित्त, योजना, पर्यटन, भूमि और भवन, सतर्कता, सेवा, महिला और बाल विकास जैसे कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाली। इस बार भी यही माना जा रहा है कि उनके पोर्टफोलियो में कोई बदलाव नहीं होगा। बता दें कि मनीष सिसोदिया पटपड़गंज से लगातार तीसरी बार चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं।
सत्येंद्र कुमार जैन ( Satyendra Kumar Jain )
अरविंद केजरीवाल के मंत्रीमंडल में जो दूसरा सबसे ताकतवर नेता माना जाता है वह हैं सत्येंद्र कुमार जैन। सत्येंद्र जैन ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी काम किया और यह माना जाता है कि AAP सरकार के पिछले कार्यकाल में मोहल्ला क्लीनिक कार्यक्रम की शुरुआत सत्येंद्र जैन ने की। इस मोहल्ला क्लीनिक को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति मिली। पिछली सरकार में जैन के पास स्वास्थ्य, उद्योग, बिजली, सार्वजनिक निर्माण विभाग, गृह और शहरी विकास के विभाग थे और इस बार भी माना जा रहा है कि उसमें कोई बदलाव नहीं होगा। सत्येंद्र जैन शकूर बस्ती से भाजपा के एससी वत्स को हराकर विधानसभा पहुंचे हैं।
गोपाल राय ( Gopal Rai )
केजरीवाल सरकार के सबसे विश्वासपात्र नेताओं में गोपाल राय का नाम सबसे आगे आता है। राय आम आदमी पार्टी की दिल्ली राज्य इकाई के संयोजक भी हैं। गोपाल राय के पास पिछली सरकार में सामान्य प्रशासन विभाग, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण और श्रम का प्रभार संभालने के अलावा ग्रामीण विकास विभाग था। इस बार भी उनके विभाग में कोई बदलाव होने की उम्मीद नहीं है। गोपाल राय बाबरपुर से विधायक बने हैं। उन्होंने बीजेपी के नरेश गौड़ को हराया है। 1998 में लखनऊ में यूनिवर्सिटी से राय ने समाजशास्त्र में स्नाकोत्तर की उपाधि ली थी।
इमरान हुसैन ( Imran Hussain )
आम आदमी पार्टी में मुस्लिम चेहरा के तौर पर कैबिनेट में शामिल इमरान हुसैन केजरीवाल के काफी करीबी माने जाते हैं। हुसैन बल्लीमारान से जीत कर विधानसभा पहुंचे हैं। पिछले कार्यकाल में इमरान हुसैन को राजधानी में पर्यावरणीय मानदंडों को लागू करने का श्रेय दिया जाता है। वे पिछली सरकार में पर्यावरण और वन, खाद्य और आपूर्ति का प्रभार संभाल चुके हैं। इसबार संभावना है कि विभाग में कुछ परिवर्तन हो।
राजेंद्र पाल गौतम ( Rajendra Pal Gautam )
राजेंद्र पाल गौतम सीमापुरी से विधायक बने हैं। वे लगातार दूसरी बार जीते हैं। गौतम 2014 में पार्टी में शामिल हुए थे। वे पेशे से एक वकील हैं। साथ ही AAP की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी हैं। पिछली सरकार में राजेंद्र गौतम एससी और एसटी, गुरुद्वारा चुनाव, जल और सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार के साथ समाज कल्याण विभाग के प्रभारी थे।
कैलाश गहलोत ( Kailash Gahlot )
कैलाश गहलौत नजफगढ़ से विधायक बने हैं। गहलौत पेशे से वकील हैं। इनकी पत्नी भी वकील हैं। दिल्ली सरकार में 2015 में वे कैबिनेट मंत्री के तौर पर परिवहन, राजस्व, कानून, न्याय और विधायी मामलों, सूचना और प्रौद्योगिकी और प्रशासनिक सुधार के विभागों की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। उम्मीद की जा रही है कि इस बार भी उनके विभागों में कोई बदलाव नहीं होगा।