शिवसेना अकेले लड़ेगी 2019 का चुनाव!
आपको बता दें महाराष्ट्र में इस समय शिवसेना और बीजेपी की गठबंधन सरकार है, जिस पर पिछले कई समय से संकट मंडरा रहा है। शिवसेना की तरफ से कई बार ये संकेत दिए जा चुके हैं कि वो बीजेपी से गठबंधन खत्म कर लेगी। समय-समय पर पार्टी के बड़े नेताओं की तरफ से इससे संबंधित बयान भी दिए जाते हैं। इसी क्रम में शिवसेना की सरकार से अलग होने की यह एक नई चेतावनी और इस बात का संकेत है कि पार्टी 2019 का चुनाव अकेले लड़ेगी।
आपको बता दें महाराष्ट्र में इस समय शिवसेना और बीजेपी की गठबंधन सरकार है, जिस पर पिछले कई समय से संकट मंडरा रहा है। शिवसेना की तरफ से कई बार ये संकेत दिए जा चुके हैं कि वो बीजेपी से गठबंधन खत्म कर लेगी। समय-समय पर पार्टी के बड़े नेताओं की तरफ से इससे संबंधित बयान भी दिए जाते हैं। इसी क्रम में शिवसेना की सरकार से अलग होने की यह एक नई चेतावनी और इस बात का संकेत है कि पार्टी 2019 का चुनाव अकेले लड़ेगी।
आखिरी फैसला उद्धव ठाकरे लेंगे- आदित्य ठाकरे
उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे गुरुवार को महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में एक रैली को संबोधित कर रहे थे, जहां उन्होंने ये बातें कही। शिवसेना की युवा इकाई युवा सेना के प्रमुख आदित्य ठाकरे ने कहा कि गठबंधन से हटने के बाद शिवसेना अपने बल पर सत्ता में वापस आएगी। उन्होंने कहा, शिवसेना एक वर्ष में सरकार छोड़ देगी और अपने बल पर सत्ता में वापस आएगी। पार्टी सरकार कब छोड़ेगी इसका निर्णय शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे करेंगे। आपको बता दें कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 2019 में होगा।
उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे गुरुवार को महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में एक रैली को संबोधित कर रहे थे, जहां उन्होंने ये बातें कही। शिवसेना की युवा इकाई युवा सेना के प्रमुख आदित्य ठाकरे ने कहा कि गठबंधन से हटने के बाद शिवसेना अपने बल पर सत्ता में वापस आएगी। उन्होंने कहा, शिवसेना एक वर्ष में सरकार छोड़ देगी और अपने बल पर सत्ता में वापस आएगी। पार्टी सरकार कब छोड़ेगी इसका निर्णय शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे करेंगे। आपको बता दें कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 2019 में होगा।
कर्जमाफी को लेकर घेरा था बीजेपी को
आपको बता दें कि इससे पहले बीएमसी के चुनाव में शिवसेना और बीजेपी का 25 साल पुराना गठबंधन टूट गया था और दोनों पार्टियों ने अलग-अलग चुनाव लड़े थे। इसके अलावा कुछ महीने पहले महाराष्ट्र में किसानों की कर्जमाफी के लिए उद्धव ठाकरे ने बीजेपी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस को घेरा था। किसानों की पूर्ण कर्जमाफी के लिए शिवसैनिक सड़क पर भी उतरे थे और उद्धव ठाकरे इस मुद्दे पर फड़णवीस सरकार के खिलाफ लगातार मुखर रहे हैं। महाराष्ट्र में किसानों की कर्जमाफी और आत्महत्या का मामला बहुत बड़ा है।
आपको बता दें कि इससे पहले बीएमसी के चुनाव में शिवसेना और बीजेपी का 25 साल पुराना गठबंधन टूट गया था और दोनों पार्टियों ने अलग-अलग चुनाव लड़े थे। इसके अलावा कुछ महीने पहले महाराष्ट्र में किसानों की कर्जमाफी के लिए उद्धव ठाकरे ने बीजेपी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस को घेरा था। किसानों की पूर्ण कर्जमाफी के लिए शिवसैनिक सड़क पर भी उतरे थे और उद्धव ठाकरे इस मुद्दे पर फड़णवीस सरकार के खिलाफ लगातार मुखर रहे हैं। महाराष्ट्र में किसानों की कर्जमाफी और आत्महत्या का मामला बहुत बड़ा है।
हिंदुत्व के एजेंडे से पीछे हटी बीजेपी- शिवसेना
इसी साल दशहरे के मौके पर भी उद्धव ठाकरे ने बीजेपी पर नोटबंदी को लेकर और हिंदुत्व के एजेंडे को लेकर निशाना साधा था। शिवसेना का आरोप था कि बीजेपी अपने हिंदुत्व के एजेंडे से पीछे हट रही है। वहीं नोटबंदी को लेकर ईंधन कीमतों में लगातार वृद्धि से बढ़ रही महंगाई, बढ़ती बेरोजगारी, ग्रामीण भारत की परेशानियों, युवाओं की समस्या, वंदे मातरम गाने पर दोहरा मापदंड, जम्मू और कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर बीजेपी की नीतियों पर सवाल खड़े किए थे।
इसी साल दशहरे के मौके पर भी उद्धव ठाकरे ने बीजेपी पर नोटबंदी को लेकर और हिंदुत्व के एजेंडे को लेकर निशाना साधा था। शिवसेना का आरोप था कि बीजेपी अपने हिंदुत्व के एजेंडे से पीछे हट रही है। वहीं नोटबंदी को लेकर ईंधन कीमतों में लगातार वृद्धि से बढ़ रही महंगाई, बढ़ती बेरोजगारी, ग्रामीण भारत की परेशानियों, युवाओं की समस्या, वंदे मातरम गाने पर दोहरा मापदंड, जम्मू और कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर बीजेपी की नीतियों पर सवाल खड़े किए थे।