आपको बता दें कि इससे पहले सोनिया गांधी ने महाराष्ट्र में विधायकों से बातचीत की और एक नया फॉर्मूला तय किया। इसी बैठक के बाद सोनिया गांधी ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से फोन पर बात की।
महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच इन दिग्गज नेता का हुआ निधन, मच गया हड़कंप इस बातचीत में प्रदेश में नई सरकार बनाने पर सहमित भी बन गई और कांग्रेस ने शिवसेना-एनसीपी को बाहर से समर्थन देने पर सहमति जताई।
यह है नया फॉर्मूला
तय सहमित के मुताबिक अब कांग्रेस-एनसीपी के 14-14 मंत्री होंगे और प्रदेश में दो डिप्टी सीएम पर रहेंगे।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस के शिवसेना को बाहर समर्थन देने के पीछे बड़ी वजह विचारधारा की है। कांग्रेस और शिवसेना की विचारधार में मतभेद के चलते ही कांग्रेस ने बाहर से समर्थन देने की बात कही है।
तय सहमित के मुताबिक अब कांग्रेस-एनसीपी के 14-14 मंत्री होंगे और प्रदेश में दो डिप्टी सीएम पर रहेंगे।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस के शिवसेना को बाहर समर्थन देने के पीछे बड़ी वजह विचारधारा की है। कांग्रेस और शिवसेना की विचारधार में मतभेद के चलते ही कांग्रेस ने बाहर से समर्थन देने की बात कही है।