भविष्य के सपनों को उड़ान देगा मौजूदा संसद में ही देश का संविधान बना। वर्तमान संसद ने स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाई। नया संसद भवन परंपरा और आधुनिकता का मिश्रण होगा। इसलिए आज लोकतांत्रिक पड़ाव का अहम दिन भी है। सुविधाओं के अभाव की वजह से वर्तमान संसद भवन अब विराम मांग रहा है। नया भवन ं आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगा। वर्तमान संसद में स्पेश की बहुत कमी है। संसदों के पास अपना सुख बांटने के लिए भी जगह नहीं है। पुराने संसद ने आजाद भारत को नई दिशा दी। नया भवन आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक बनेगा। साथ ही भविष्य के सपनों को उड़ान देने वाला होगा।