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महाराष्ट्र: मुस्लिमों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर HC का दरवाजा खटखटाएंगे औवेसी

locationनई दिल्लीPublished: Nov 30, 2018 05:08:43 pm

Submitted by:

Anil Kumar

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन औवेसी ने मराठाओं को आरक्षण दिए जाने के बाद मुसलमानों को भी आरक्षण देने की मांग को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर ली है।

महाराष्ट्र: मुस्लिमों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर HC का दरवाजा खटखटाएंगे औवेसी

महाराष्ट्र: मुस्लिमों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर HC का दरवाजा खटखटाएंगे औवेसी

मुंबई। महाराष्ट्र में मराठा समुदाय को शिक्षा और जॉब्स में 16 फीसदी आरक्षण मिलेगा। इस बाबत गुरुवार को फडणवीस सरकार ने विधानसभा में ध्वनिमत से बिल पारित करा लिया है। जहां आरक्षण मिलने के कारण मराठा समुदाय के लोग खुश हैं तो वहीं दूसरी और मुसलमान समुदाय में रोष उत्पन्न हो गया है। इसी कड़ी में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमिन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन औवेसी ने मराठाओं को आरक्षण दिए जाने के बाद मुसलमानों को भी आरक्षण देने की मांग तेज कर दिया है। इस संबंधन में औवेसी ने अब बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर ली है। एआईएमआईएम नेता इम्तियाज जलील का कहना है कि हम फडणवीस सरकार के इस फैसले को चुनौती नहीं देंगे लेकिन नए तथ्यों के साथ कोर्ट जाएंगे और मुस्लिम आरक्षण के लिए अपनी मांग करेंगे।

https://twitter.com/ANI/status/1068406039425548289?ref_src=twsrc%5Etfw

इससे पहले औवेसी मुस्लिमों के लिए आरक्षण की मांग कर चुके हैं

आपको बता दें कि यह कोई पहला अवसर नहीं है जब एआईएमआईएम ने मुस्लिमों के लिए आरक्षण की मांग की है। इससे पहले एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन औवेसी ने मुस्लिमों के लिए आरक्षण की मांग की थी। उनका कहना था कि मुस्लिम समुदाय की कई पीढ़ियां गरीबी में रही है। शिक्षा का स्तर अभी भी बहुत ही खराब है। इसलिए मुस्लमानों का हक है कि वे आरक्षण की मांग करें और उन्हें मिलना भी चाहिए। बता दें कि हैदराबाद से सांसद औवेसी ने गुरुवार को महाराष्ट्र विधानसभा में मराठा आरक्षण विधेयक पेश होने के कुछ ही समय बाद एक ट्वीट करते हुए लिखा कि सार्वजनकि शिक्षा और रोजगार में पिछड़े मुसलमानों को वंचित करना एक गंभीर अन्याय है। मैं लगातार कहता रहा हूं कि मुस्लिमों में पिछड़ी जातियां हैं जो पीढ़ियों से गरीबी में रह रही हैं। आरक्षण के जरिए इस सिलसिला को तोड़ा जा सकता है।

https://twitter.com/asadowaisi/status/1068112091171540994?ref_src=twsrc%5Etfw

कई समुदाय कर रहे हैं आरक्षण की मांग

आपको बता दें कि देशभर के कई राज्यों में अलग-अलग समुदाय आरक्षण की मांग वर्षों से करते रहे हैं। गुजरात में पाटिदार, राजस्थान में राजपूत, हरियाणा में गुर्जर-जाट आदि ऐसे तमाम समुदाय हैं जो कि आरक्षण की मांग करते रहे हैं। महाराष्ट्र में मराठाओं को आरक्षण मिलने के बाद से अब ये मांगे और भी तेज होने लगी है। महाराष्ट्र में ही राजपूत समुदाय है जो कि वर्षों से आरक्षण की मांग कर रहा है। हालांकि इन सभी का कहना है कि आरक्षण जाति के आधार पर नहीं बल्कि आर्थिक आधार पर होना चाहिए।

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