AIMIM का यह ऐलान इसलिए महत्वपूर्ण है कि दोनों दल एक-दूसरे के धूर विरोधी है। शिवसेना की राजनीति जहां हिंदूत्व के मुद्दे पर केंद्रित रहती है तो AIMIM अपने आप को मुस्लिम का सबसे बडा नुमाइंदा बताया है। लेकिन इसके बाद भी AIMIM ने राज्यसभा चुनाव में शिवसेना को समर्थन देने का ऐलान किया। इस बात की घोषणा महाराष्ट्र में AIMIM के सासंद इम्तियाज जलील ने ट्वीट कर दी। औरंगाबाद सांसद इम्तियाज जलील ने बताया कि हमारी पार्टी ने बीजेपी को हराने के लिए राज्यसभा में महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवार को वोट देने का फैसला किया है।
विचारधारा पर बोले एआईएमआईएम सांसद-
शिवसेना के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी को समर्थन देने की घोषणा करने वाले एआईएमआईएम सांसद इम्तियाज जलील ने आगे बताया कि हमारी विचारधारा शिवसेना से अलग बनी रहेगी, जो MVA कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन में है। उल्लेखनीय हो कि महाराष्ट्र में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस तीनों मिलकर राज्यसभा चुनाव के मैदान में है।
महाराष्ट्र में यह है राज्यसभा चुनाव का गणित-
बताते चले कि महाराष्ट्र में 6 सीटों के लिए राज्यसभा चुनाव हो रहा है। यहां एमपीए और भाजपा में सीधा मुकाबला है। महाराष्ट्र में राज्यसभा चुनाव में एक उम्मीदवार को जीतने के लिए करीब 42 वोटों की जरूरत पड़ती है। इस समय राज्य में भाजपा के पास 106 विधायक हैं जबकि 7 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी पार्टी को है। ऐसे में महाराष्ट्र में भाजपा के पास 113 विधायक हैं, दो सीटों पर जीत हासिल करने के लिए बीजेपी को 84 वोटों की जरूरत पड़ेगी।
इसके अलावा महाविकास अघाड़ी के पास 166 विधायकों का समर्थन है। जिसमें शिवसेना के पास 55, एनसीपी के 54 और कांग्रेस के 44 विधायक है। इस गठबंधन से राज्यसभा की तीन सीटें तो आसानी से जीती जा सकती है। ऐसे में राज्य में राज्यसभा की छठी सीट से दोनों दलों में टक्कर होगी।
यह भी पढ़ेंः