मीडिया से बात करते हुए सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि मैं पिछले 20 सालों से सुन रहा हूं कि दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन टूट रहा है। मगर यह बरकरार है और पिछले 20 सालों से कायम है। उनकी पत्नी हरसिमरत कौर बादल नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में मंत्री हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में शांति और समृद्धि लाने के लिए शिअद-भाजपा गठबंधन आवश्यक है। बागी अकालियों की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस की ‘बी टीम’ का हिस्सा थे, जिसका उद्देश्य मूल शिअद को कमजोर करना था, जो एक सदी पहले बनी थी।
गौरतलब है कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पिछले हफ्ते अकालियों को केंद्र में गठबंधन छोड़ने की चुनौती दी थी। क्योंकि, शिअद ने नागरिकता संशोधन अधिनियम ( सीएए ) के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा ) के साथ मतभेदों के चलते दिल्ली विधानसभा चुनाव से किनारा कर लिया था। इसलिए मुख्यमंत्री सिंह ने इस कानून के संबंध में शिअद की ईमानदारी साबित करने के लिए उन्हें केंद्र में भगवा पार्टी का साथ छोड़ने की चुनौती पेश की थी। पंजाब के मुख्यमंत्री ने सीएए के मुद्दे पर हरसिमरत कौर बादल को इस्तीफा देने की भी नसीहत दी थी। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बयान पर आज शिअद ने पलटवार किया है।