अशोक गहलोत की माफी से भी नहीं बनी बात, सोनिया से मिलने पहुंचे पायलट, क्या बदलने वाली है राजस्थान की कमान?
खान ने कहा, ‘हमने उसका बंटवारा कर गोदाम बनाया और फिर उसे किराए पर दे दिया, जिससे राजस्व बढ़ा। पहले जब मैं आया था तब इसका किराया 3 लाख रुपये आता था, लेकिन अभी यह 50 लाख रुपये है। हमने इसमें कोई नुकसान नहीं किया है, बल्कि वक्फ बोर्ड की कमाई को ध्यान में रखकर ही लोगों को योग्यता के आधार रोजगार दिया।’बता दें अमानतुल्लाह खान को आज राउज एवेन्यू कोर्ट से जमानत मिली है। उनपर वक्फ बोर्ड में नियुक्ति में गड़बड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।