इस मुलाकात से पहले शिवसेना के मुखपत्र सामना में लेखों और राजनीतिक बयानबाजी के जरिए महीनों से शिवसेना केंद्र की भाजपा सरकार पर कई मुद्दों पर आक्रामक दिखी है। इन सबके बावजूद दोनों के बीच आम चुनाव साथ लड़ने की सहमति है। पुलवामा घटना के बाद तो शिवसेना नेता संजय राउत ने सर्वदलीय बैठक में यहां तक कह दिया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इंदिरा गांधी से कुछ सीखना चाहिए।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में लोकसभा की कुल 48 सीटें हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 26 सीटों पर चुनाव लड़ा और 23 सीटों पर जीत दर्ज की। शिवसेना ने 22 सीटों पर चुनाव लड़ा और 18 सीटों पर जीत दर्ज की। यानी 2014 के चुनाव में 48 सीटों में एनडीए को 41 सीटों पर जीत मिली थी। इस बार भी एनडीए महाराष्ट्र में 2014 वाली जीत को दोहराना चाहती है।