उन्होंने विरोधियों की ओर से लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि लोक गायिका बुट्टा मोहम्मद ने मंच पर यह घोषणा की थी कि रेल पटरियों पर जमे लोगों को ट्रेनों के बारे में सावधान रहना चाहिए। लेकिन लोगों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि मंच से हर पांच मिनट में आयोजकों द्वारा घोषणाएं की गईं ताकि लोग पटरियों से दूर रह सकें। लेकिन लोगों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। हादसे को लेकर वायरल वीडियों का जिक्र करते हुए उन्होंने का कि उक्त्ा वीडियो में ऑर्केस्ट्रा के साथ मंच प्रबंधक संदीप बावा हैं। उन्होंने अपनी बात लोगों का ध्यान मुख्य अतिथि नवजोत कौर सिद्धू की ओर आकर्षित करने के बारे में कही थी। वह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि 5,000 लोग पटरियों पर खड़े हैं और बिना चिंता के इस शो को देख रहे हैं। उनका मकसद ये नहीं था कि लोग पटरियों पर जमें रहें।
उन्होंने दशहरा उत्सव कार्यक्रम के लिए एनओसी न मिलने के आरोपों को खारिज करते हुए अपनी पत्नी नवजोत कौर का बचाव करते हुए कहा कि हर साल रावण दहन कार्यक्रम में लोग शामिल होते हैं। इसमें वो चौथीं बार शामिल हुई थी। घटना के बाद भी उन्होंने पीडि़त लोगों की सहायता करती रहीं। इसके बावजूद उन्हें मेरी पत्नी होने की वजह से बदनाम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इससे लगता है कि रेल हादसा एक दुर्घटना नहीं बल्कि एक षडयंत्र है। इसकी जिम्मेदारी रेलवे की है। नवजोत कौर ने कहा कि आयोजकों की ओर से अपील की गई थी कि पटरियों पर खड़े न हों। उन्होंने कहा कि कई बार ऐसे कार्यक्रमों में शामिल होना राजनेताओं के लिए राजनीतिक मजबूर बन जाता है। उन्होंने कहा कि वह का पता लगा रही हैं आयोजकों ने सभी अनुमतियां ली हैं या नहीं।
एक तरफ आयोजकों का दावा है कि उन्होंने जिला प्रशासन और पुलिस से अनुमति ली है। हालांकि नगर आयुक्त सोनाली गिरी ने रविवार को जानकारी दी कि एमसी से कोई अनुमति नहीं मांगी गई थी और हमारी ओर से कोई भी नहीं दिया गया था।