पार्टी उपचुनाव के लिए तैयार
पार्टी के सांसदों ने फ्रेस कांफ्रेंस में बताया कि केन्द्र सरकार के उपेक्षापूर्ण रवैये से ज्यादा इस बात को लेकर क्षुब्ध हैं कि सदन में लगातार बाधा के कारण राजग सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस पर चर्चा नहीं हो सकी। वाईएसआर कांग्रेस के सांसदों ने आंध्रप्रदेश को विशेष दर्जा देने में विफल रहने के लिए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस कई बाद दिया था। पार्टी सांसद वाराप्रसाद राव वेलागपल्ली ने कहा कि इस्तीफा उचित प्रारूप में सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि अभी उपचुनाव कराने में काफी समय बचा है। हम चुनाव लड़ेंगे और विशेष राज्य के दर्जा की अपनी मांग को जारी रखेंगे।
पार्टी के सांसदों ने फ्रेस कांफ्रेंस में बताया कि केन्द्र सरकार के उपेक्षापूर्ण रवैये से ज्यादा इस बात को लेकर क्षुब्ध हैं कि सदन में लगातार बाधा के कारण राजग सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस पर चर्चा नहीं हो सकी। वाईएसआर कांग्रेस के सांसदों ने आंध्रप्रदेश को विशेष दर्जा देने में विफल रहने के लिए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस कई बाद दिया था। पार्टी सांसद वाराप्रसाद राव वेलागपल्ली ने कहा कि इस्तीफा उचित प्रारूप में सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि अभी उपचुनाव कराने में काफी समय बचा है। हम चुनाव लड़ेंगे और विशेष राज्य के दर्जा की अपनी मांग को जारी रखेंगे।
हंगामे की भेंट चढ़ा वाईएसआर का अविश्वास प्रस्ताव
आपको बता दें कि आंध्र प्रदेश में 2019 में लोकसभा के साथ विधानसभा का भी चुनाव होना है। इसके मद्देनजर वाईएसआरसीपी लंबे अरसे से आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने को लेकर संघर्षरत है। इस बात के लेकर पार्टी ने प्रदेश में आंदोलन चलाकर कर केन्द्र और प्रदेश सरकार पर दबाव बनाया था। इसमें सफलता नहीं मिलने के बाद पार्टी के सांसदों ने बजट सत्र के दौरान हंगामा मचाया। प्रदेश के हित में लगातार संघर्ष के कारण पार्टी के लोकप्रियता में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। इस बात से घबराए टीडीपी प्रमुख और वहां के सीएम चंद्राबाबू नायडू ने एनडीए से गठबंधन तोड़ लिया। प्रदेश में पार्टी के जनाधार को बचाने के लिए उन्होंने पीएम मोदी सरकार पर प्रदेश के हितों की उपेक्षा का आरोप लगाया था। उसके बाद से बजट सत्र टू में टीडीपी के सांसद नियमित से हंगामा मचाते रहे हैं। टीडीपी सांसदों ने सदन नहीं चलने दिया।
आपको बता दें कि आंध्र प्रदेश में 2019 में लोकसभा के साथ विधानसभा का भी चुनाव होना है। इसके मद्देनजर वाईएसआरसीपी लंबे अरसे से आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने को लेकर संघर्षरत है। इस बात के लेकर पार्टी ने प्रदेश में आंदोलन चलाकर कर केन्द्र और प्रदेश सरकार पर दबाव बनाया था। इसमें सफलता नहीं मिलने के बाद पार्टी के सांसदों ने बजट सत्र के दौरान हंगामा मचाया। प्रदेश के हित में लगातार संघर्ष के कारण पार्टी के लोकप्रियता में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। इस बात से घबराए टीडीपी प्रमुख और वहां के सीएम चंद्राबाबू नायडू ने एनडीए से गठबंधन तोड़ लिया। प्रदेश में पार्टी के जनाधार को बचाने के लिए उन्होंने पीएम मोदी सरकार पर प्रदेश के हितों की उपेक्षा का आरोप लगाया था। उसके बाद से बजट सत्र टू में टीडीपी के सांसद नियमित से हंगामा मचाते रहे हैं। टीडीपी सांसदों ने सदन नहीं चलने दिया।