पत्र में अन्ना ने लिखा, ‘मुझे किसी भी सुरक्षा की जरूरत नहीं है। यदि उनके साथ कोई अनहोनी हो जाती है तो वह इसके लिए खुद जिम्मेदार होंगे।’ अन्ना हजारे अपने गांव रालेगण सिद्धि में 20 दिसंबर से महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर मौन व्रत कर रहे हैं।
देशभर में बदली मौसम की चाल, इन राज्यों में अगले 24 घंटे में ठंड कर देगी बुरा हाल राज्य सरकार ने हाल ही में महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा में फेरबदल का फैसला लिया है। इसमें अन्ना की वाई श्रेणी की सुरक्षा को बढ़ाकर जेड श्रेणी कर दिया गया है। वहीं भारतीय क्रिकेट टीम के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर की सुरक्षा में भी बदलाव किया गया है।
खर्च हो रही मोटी रकम
उद्धव को लिखे पत्र में अन्ना ने कहा है, ‘मंदिर में रहने वले मुझ जैसे फकीर की सुरक्षा में सरकार मोटी रकम खर्च कर रही है। लोगों से टैक्स के तौर पर मिलने वाले पैसों का दुरुपयोग मुझसे नहीं देखा जाता।
उद्धव को लिखे पत्र में अन्ना ने कहा है, ‘मंदिर में रहने वले मुझ जैसे फकीर की सुरक्षा में सरकार मोटी रकम खर्च कर रही है। लोगों से टैक्स के तौर पर मिलने वाले पैसों का दुरुपयोग मुझसे नहीं देखा जाता।
दूसरों को सुरक्षा बेशक गहने की तरह लगे लेकिन मेरे लिए यह बुराई है। मुझे कुछ लोगों ने धमकी दी है मगर मैं मरने से डरता नहीं। सेना में रहते हुए मैं एक बार मौत को चकमा दे चुका हूं।
सुरक्षा के बावजूद कोई नहीं मरेगा इस बात की गारंटी नहीं दी जा सकती। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा और राजीव गांधी की कड़ी सुरक्षा के बीच हत्या कर दी गई थी।’ हाल ही में सुरक्षा किया गया फेरबदल
भारत रत्न से सम्मानित तेंदुलकर को अब तक ‘एक्स’ श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। इस श्रेणी के तहत ४६ वर्षीय क्रिकेट खिलाड़ी की सुरक्षा में एक पुलिसकर्मी दिन रात तैनात रहता था। उनसे यह सुरक्षा वापस ले ली गई है लेकिन अब वह जब भी घर से बाहर निकलेंगे तो उन्हें पुलिस सुरक्षा दी जाएगी। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा दी गई है।