केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने मीडिया से उदयपुर की घटना पर बात करते हुए कहा कि कानून व्यवस्था राज्य का विषय है। अशोक गहलोत राज्य के मुख्यमंत्री तो हैं लेकिन जिम्मेदारी से सदा बचते रहे हैं। उन्होंने कोई कार्रवाई समय से नहीं की। यह पहला उदाहरण नहीं है। ऐसे कई उदाहरण पहले से भी हैं, जहां एक के बाद दूसरी घटना अंजाम दिया गया। इस बार सारी हदें पार हो गईं, इसकी जितनी निंदा की जाए वो कम है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि उदयपुर में जो हुआ, उससे बड़ा सवाल उठ खड़ा हुआ है। राजस्थान एक शांति प्रिय स्टेट है, जहां पर दुनिया भर से पर्यटक आते हैं। वहां कानून-व्यवस्था किस तरह से फेल हुई है, यह गहलोत सरकार में दिखता है। सात दिन पहले कन्हैयालाल को धमकी देने वाला वीडियो जारी किया गया। लेकिन, सरकार ने कोई कदम नहीं उठाए। मूकदर्शक बनकर सरकार बैठी रही। यह अपने आप मे दिखाता है कि वोटबैंक की राजनीति के कारण कानून-व्यवस्था को ठप कर दिया गया और आतंकी घटनाओं को आगे बढ़ने का अवसर दिया गया। राजस्थान में भय का वातावरण पैदा किया गया।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, कांग्रेस की सीनियर लीडरशिप से लेकर गहलोत सरकार मूकदर्शक बनकर बैठी रही। मैं कहना चाहता हूं कि आपसी लड़ाई के चलते वहां कानून-व्यवस्था ठप है। वहां सरकार न के बराबर है। और अब जब एनआईए की जांच चल रही है, तो मुझे पूर्ण विश्वास है कि इस पर तेजी से कार्रवाई होगी।”