चंद्रबाबू नायडू सुबह ही अपने नेताओं के दफ्तरों और आवासों पर जारी आयकर छापों के खिलाफ विजयवाड़ा में धरने पर बैठ गए थे। उन्होंने ट्वीट में लिखा है – ‘ये छापे पीएम के कहने पर मारे जा रहे हैं, एक बार चुनाव घोषित हो जाएं तो सब कुछ चुनाव आयोग की निगरानी के तहत होता है। सब दलों के पास समान मौके होते हैं। एक पार्टी जो उनका समर्थन नहीं करती है, वो उसे इस तरह दबा नहीं सकते’।
मालूम हो इनकम टैक्स विभाग ने दो दिन पहले ही तेदेपा के लोकसभा प्रत्याशी पुत्ता सुधाकर यादव के आवास पर छापा मारा था। हालांकि सुधाकर यादव ने इसे चुनावी साजिश करार दिया था और दावा किया था कि उनकी बुनियादी ढांचा कंपनी और वो सभी करों का भुगतान कर चुके हैं। यादव ने कहा कि उनके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है लेकिन उन्हें चुनाव में फंसाने के लिए उनके खिलाफ साजिश की गई है।
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एक तरफ नायडू अपने नेताओं के साथ धरने पर बैठे हैं तो दूसरी तरफ आंध्र प्रदेश के कडपा जिले में भी तेलुगु देशम पार्टी के विधायक सी.एम रमेश की प्रॉपर्टियों पर छापेमारी की गईा है। हालांकि रमेश ने छापा मारने आए अधिकारियों से पूछा है कि क्या उन्हें इस छापेमारी में कुछ गलत दस्तावेज बरामद हुए हैं, अगर नहीं तो किसकी सूचना पर इस तरह छापे मारे जा रहे हैं।
इनकम टैक्स की छापेमारी से केवल चंद्रबाबू नायडू ही नहीं बल्कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी भी परेशान हैं। कुमारस्वामी का भी यही आरोप है कि उन्हें खास वजहों से परेशान किया जा रहा है। स्वामी अपने ट्वीट में कह चुके हैं कि चुनाव आयोग को अपना काम करना चाहिए , लेकिन केवल संदेह के आधार पर किसी को परेशान नहीं किया जाना चाहिए।