अरुणाचल पूर्व संसदीय क्षेत्र से दूसरी बार चुने गए इरिंग ने प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर कहा है कि जय हिंद से दिन की शुरुआत करने वाले अरुणाचल में चीनी घुसपैठ पर विरोध के साथ ही प्रधानमंत्री शी को अरुणाचल की जनता की इन भावनाओं से अवगत कराएं कि इस सीमावर्ती प्रदेश के लोग भारत की क्षेत्रीय अखंडता के अटूट समर्थक हैं और उन्हें चीन की यात्रा के लिए स्टेपल वीजा प्रदान करने की नीति अरुणाचल के भारतीयों की भावनाओं को ठेस पहुंचाता है।
निनांग ने पत्र में कहा है कि वे अरुणाचल प्रदेश के लोगों की कुछ चिंताओं को न केवल साझा करना चाहता हूं बल्कि सामान्य अरुणाचली के रूप में कहना चाहता हूं कि हमारा दिन “जय हिंद” के साथ शुरू होता है। निनांग के अनुसार चीनी सैनिकों ने हाल ही में अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश करने और सड़कों का निर्माण करने की कोशिश की है। जहां घुसपैठ की कोशिश की गई है वह अरुणाचल के ट्यूटिंग उपखंड का विसिंग गांव है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री चीन से कहें कि ऐतिहासिक पंचशील समझौते के तहत शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के लिए घुसपैठ गलत है। पत्र में निनांग ने कहा है कि चीन कुछ माह से अरुणाचल की जीवन रेखा मानी जाने वाली पवित्र सियांग नदी के पानी में गलत इरादे से अपनी परियोजनाओं का प्रदूषित जल ब्रह्मपुत्र नदी के जरिए छोड़ा जा रहा है जिससे सियांग का पानी काला हो गया है। चीनी राष्ट्रपति के समक्ष इस मुददे को उठाकर प्रधानमंत्री उत्तर-पूर्व के राज्यों में स्वच्छ पानी की आपूर्ति की निरंतरता कायम रखने के प्रयास भी करें।
यहां यह उल्लेखनीय है कि चीन अरुणाचल प्रदेश पर भारतीय अधिकार को चुनौती देने के साथ ही इस राज्य में पिछले कई सालों से लगातार घुसपैठ करता रहा है। इसके अलावा वह इस राज्य के लोगों को चीन की यात्रा के लिए स्टेपल वीजा जारी करता रहा है। भारत चीन के इन कदमों का लगातार विरोध करता रहा है, इसके बावजूद चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है।