सुनवाई में विलंब पर उठे थे सवाल
यह घटना वर्ष 2013 की है। शाहजहांपुर की 16 वर्षीय लड़की ने आसाराम पर उनके जोधपुर आश्रम में बलात्कार किए जाने का आरोप लगाया था। दिल्ली के कमला मार्केट थाने में यह मामला दर्ज कराया गया था, जिसे बाद में जोधपुर स्थानांतरित कर दिया गया। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल 28 अगस्त को रेप के इस मामले में अदालती कार्यवाही में विलंब पर सवाल भी उठाया था। सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई में देरी पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि इस मामले में बेवजह विलंब हुआ और अभियोजन पक्ष के गवाहों पर हमले किए जा रहे हैं, जिसकी वजह से दो गवाहों की मौत भी हुई है। पीड़िता के परिवार को पुलिस की ओर से सुरक्षा भी मुहैया कराई गई थी।
यह घटना वर्ष 2013 की है। शाहजहांपुर की 16 वर्षीय लड़की ने आसाराम पर उनके जोधपुर आश्रम में बलात्कार किए जाने का आरोप लगाया था। दिल्ली के कमला मार्केट थाने में यह मामला दर्ज कराया गया था, जिसे बाद में जोधपुर स्थानांतरित कर दिया गया। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल 28 अगस्त को रेप के इस मामले में अदालती कार्यवाही में विलंब पर सवाल भी उठाया था। सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई में देरी पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि इस मामले में बेवजह विलंब हुआ और अभियोजन पक्ष के गवाहों पर हमले किए जा रहे हैं, जिसकी वजह से दो गवाहों की मौत भी हुई है। पीड़िता के परिवार को पुलिस की ओर से सुरक्षा भी मुहैया कराई गई थी।
SC ने जमानत देने से किया था इनकार
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान और गुजरात में दर्ज मामलों में आसाराम को जमानत देने से इनकार कर दिया था। सूरत में भी दो बहनों ने आसाराम और उनके बेटे नारायण साईं पर बंधक बनाने और रेप का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था। आपको बता दें कि विवादित कथावाचक आसाराम बापू राजस्थान की जोधपुर सेंट्रल जेल में लंबे अरसे से बंद है। बाबा ने कई बार कोर्ट से सुनवाई जल्द पूरी करने की गुहार लगाई है। ऐसे में उनकी मुराद पूरी होने ही वाली है, 25 अप्रैल को उनके भाग्य का फैसला हो जाएगा। कोर्ट अगर आसाराम के खिलाफ फैसला सुनाती है तो फर्जी बाबा को और जेल की हवा खानी पड़ सकती है। अगर आसाराम को जोधपुर कोर्ट से राहत मिलती भी है, तो गुजरात में भी उनके खिलाफ बलात्कार के मामले में तलवार लटकती रहेगी। ये दोनों ही केस अलग अलग चल रहे हैं।
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान और गुजरात में दर्ज मामलों में आसाराम को जमानत देने से इनकार कर दिया था। सूरत में भी दो बहनों ने आसाराम और उनके बेटे नारायण साईं पर बंधक बनाने और रेप का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था। आपको बता दें कि विवादित कथावाचक आसाराम बापू राजस्थान की जोधपुर सेंट्रल जेल में लंबे अरसे से बंद है। बाबा ने कई बार कोर्ट से सुनवाई जल्द पूरी करने की गुहार लगाई है। ऐसे में उनकी मुराद पूरी होने ही वाली है, 25 अप्रैल को उनके भाग्य का फैसला हो जाएगा। कोर्ट अगर आसाराम के खिलाफ फैसला सुनाती है तो फर्जी बाबा को और जेल की हवा खानी पड़ सकती है। अगर आसाराम को जोधपुर कोर्ट से राहत मिलती भी है, तो गुजरात में भी उनके खिलाफ बलात्कार के मामले में तलवार लटकती रहेगी। ये दोनों ही केस अलग अलग चल रहे हैं।