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असम विधानसभा में उठी पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध की मांग, सत्ता और विपक्ष एकजुट

Published: Feb 18, 2019 08:39:08 pm

Submitted by:

Chandra Prakash

सत्तारूढ़ दल बीजेपी और विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने इस बात पर एकजुटता दिखाई है कि पुलवामा हमले को देखते हुए भारत सरकार को पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध की घोषणा करनी चाहिए।

Assam assembly

असम विधानसभा में उठा पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध की मांग, सत्ता और विपक्ष एकजुट

नई दिल्ली। आतंकियों के लिए दुनिया के सबसे बड़ा पनाहगार पाकिस्तान के खिलाफ पूरा भारत एकजुट है। जम्मू कश्मीर के पुलवामा फिदायीन हमले के विरोध में असम विधानसभा में पाकिस्तान के खिलाफ प्रस्ताव पेश करने पर चर्चा हुई। सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के विधायकों ने सोमवार को एकजुटता दिखाते हुए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित करने की मांग की।

पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध की घोषणा हो: बीजेपी विधायक

सत्तारूढ़ दल के बीजेपी विधायक मृणाल सैकिया ने विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान कहा कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ युद्ध जैसा छेड़ रखा है। यहां इस पर प्रस्ताव पारित करना जरूरी है और भारत सरकार को पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध की घोषणा करनी चाहिए। जरूरत हुई तो पाकिस्तान का दुनिया के नक्शे से नामोनिशान मिटा दिया जाएगा।

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विधानसभा में पारित हो पाक के खिलाफ निंदा प्रस्ताव: कांग्रेस

सौकिया के समर्थन में विपक्षी कांग्रेस विधायक अब्दुल खलीक ने कहा कि असम विधानसभा को पाकिस्तान के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित करना चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष हितेन्द्र नाथ गोस्वामी ने कहा कि किसी भी मुद्दे पर चर्चा या किसी भी प्रस्ताव को प्रश्नकाल के दौरान पेश करने की अनुमति नहीं है। यदि सदस्य इस पर प्रस्ताव लाना चाहते हैं, तो वह उचित प्रक्रिया का पालन करें।

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पाकिस्तानी जेल में बंद है असम का नागरिक

संसदीय कार्य मंत्री चंद्रमोहन पटोवारी ने सैकिया को जवाब देते हुए बताया कि गोलघाट जिले के सिमांता सैकिया 28 अक्टूबर 2018 से पाकिस्तान के लांघी जेल में बंद है। पटोवरी ने मुख्यमंत्री की ओर से जवाब दिया, उनके पास गृह मंत्रालय भी है। उन्होंने कहा कि असम पुलिस ने कैदियों की रिहाई का मुद्दा केंद्रीय एजेंसियों की मदद से दूतावास स्तर पर उठाया है।

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