भाषण समाप्त करने के बाद सीएम नारायणसामी सदन बाहर चले गए और एलजी से मिलकर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया। इसके साथ दक्षिण भारतयी राज्यों में कांग्रेस का एक मात्र किला भी ढह गया।
इससे पहले उन्होंने कहा था केंद्र ने पुडुचेरी के लोगों के साथ विश्वासघात किया है। केंद्र ने पुडुचेरी के लिए आवंटित धनराशि भी जारी नहीं की, जिससे विकास कार्य बाधित हुआ। पुडुचेरी की जनता हमारे साथ
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से सरकार को गिराने की कोशिश के बावजूद हमने द्रमुक और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई। उसके बाद हमने विभिन्न चुनावों का सामना किया। हमने सभी उपचुनाव जीते हैं। साफ है कि पुडुचेरी की जनता हमारे साथ है।
हिंदी को जबरन थोपना चाहती है बीजेपी इतना ही नहीं, तमिलनाडु और पुडुचेरी में हम दो भाषा प्रणाली का पालन करते हैं। भारतीय जनता पार्टी पुडुचेरी में हिंदी भाषा को जबरन थोपना चाहती है।