कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि लोकसभा चुनाव राष्ट्रीय स्तर का चुनाव है। 2019 का चुनाव नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी के बीच होने वाला है। ऐसे में देश के साथ-साथ बिहार में भी महागठबंधन का चेहरा राहुल गांधी ही होंगे। उनका कहना है कि कांग्रेस पार्टी अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग सहयोगी दलों के साथ चुनावी मैदान में जाएगी। बिहार भी इससे अलग नहीं है। बिहार में भी लोकसभा चुनाव में महागठबंधन का चेहरा और प्रधानमंत्री के प्रत्याशी राहुल गांधी ही होंगे। इसे लेकर महागठबंधन में शामिल दलों में कोई विवाद नहीं है।
बिहार की सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी महागठबंधन में शामिल कांग्रेस के नेता के इस बयान से सहमत नहीं दिखते हैं। आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी कहते हैं कि बिहार में महागठबंधन का चेहरा राहुल गांधी नहीं, बल्कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ही होंगे। राजद का बिहार में अपना वोटबैंक है। आरजेडी यहां सबसे बड़ी पार्टी है। उन्होंने कहा कि पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के नेतृत्व में ही महागठबंधन अगला लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ेगा और इसके लिए महागठबंधन में दोराय नहीं है। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी आरजेडी नेताओं के ही समर्थन में नजर आते हैं। मांझी ने स्पष्ट तौर पर राहुल के चेहरे को नकारते हुए कहते हैं कि यह चुनाव भले ही केंद्र के लिए होगा, लेकिन चुनाव बिहार में होना है। ऐसे में प्रमुख चेहरा तेजस्वी यादव यादव ही होंगे, क्योंकि उन्होंने बेहद कम समय में कई मौके पर अपने नेतृत्व क्षमता को साबित किया है।