इससे पहले पूर्व चुनाव आयुक्त नवीन चावला ने ईवीएम हैकिंग किए जाने के दावों पर कहा था कि ईवीएम एक बहुत अच्छी और श्रेष्ठ मशीन है। चुनावों में बैलट पेपर के प्रयोग पर लौटने को लेकर उन्होंने आगाह किया है। उन्होंने लंदन में ईवीएम हैकाथन को लेकर कहा कि मेरा पूरा विश्वास है कि ईवीएम बहुत अच्छी मशीन है। हमें बैलट पेपर पर कभी वापस नहीं जाना चाहिए। चावला ने कहा कि ईवीएम के बारे में मेरी राय बिल्कुल स्पष्ट है। चुनाव आयोग के ईवीएम का निर्माण दो सरकारी क्षेत्र की कंपनियों द्वारा काफी रहस्यमयी स्थितियों में किया जाता है। ये मशीनें 2000 में बनाई गईं थी और 2006 से लगातार इस्तेमाल हो रही हैं। 2009 आम सभा चुनावों के दौरान हमने 100 मशीनों और कैमरे को इंस्टॉल करवाया। ईवीएम हैक करने के लिए लोगों को खुला आमंत्रण दिया। हैकाथन के लिए लोग बुलाए गए थे लेकिन कोई भी यह नहीं कर सका था।