काजीरंगा के बाथरुम में पानी नहीं
राम प्रसाद शर्मा ने कहा, जरा सोचिए, काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के एक गेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री रात गुजारते हैं और सुबह बाथरूम में जाकर नहाने के लिए साबुन लगा लेते हैं। अचानक उन्हें लगता है कि पानी नहीं आ रहा है। वे पीए को फोन करके पानी देने के लिए कहते हैं। यही किसी पर्यटक के साथ होगा तो कैसा मैसेज जाएगा। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष रंजीत कुमार दास ने सांसद की टिप्पणी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि प्रदेश नेतृत्व सांसद के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकता।
विदेश में प्रचार करने गए तो पैसे बर्बाद होंगे
दरअसल, राज्य के पर्यटन मंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने हाल ही में राज्य की नई पर्यटन नीति जारी करते हुए कहा था कि राज्य के मुख्यमंत्री समेत अन्य मंत्री असम में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए देश-विदेश प्रचार करने जाएंगे। इस पर सांसद ने कहा कि पर्यटन के बारे में इनको कितनी जानकारी है, यह सबसे बड़ा सवाल है। ये विदेश में प्रचार करने गए तो पैसे बर्बाद होंगे। शर्मा ने कहा, असम में पर्यटकों को बुलाने के पहले यहां की ढांचागत व्यवस्था को ठीक करना चाहिए।
सरकार को बता चुके हैं कमीशनखोर
यह पहला मौका नहीं है जब शर्मा ने अपनी ही पार्टी को फजीहत में डाला है। हाल ही में उन्होंने कहा था कि असम में एक मंत्री को छोड़कर सीएम सहित पूरी सरकार कमीशन लेती है। उनके इस बयान के बाद काफी हड़कंप मचा तो पार्टी की ओर से उन्हें चुप रहने की नसीहत दी गई और नोटिस भी दिया गया। इसके बावजूद शर्मा ने बोलना बंद नहीं किया है।
दिवाली पर सांसद के नाम पर बन गए पटाखे
शर्मा के बीजेपी पर लगातार हमलों के चलते इस बार दीपावली पर पटाखा कारीगरों ने एक बम को उनका नाम दे दिया। कारोबारियों का कहना था कि यह बम बहुत देर आवाज करता है इसलिए इसे सांसद शर्मा के नाम पर कर दिया है। वहीं, अपनी ही पार्टी के खिलाफ बागी रुख अख्तियार कर चुके सांसद ने कहा कि यह कार्यकर्ताओं का उनके प्रति प्यार है।