भाजपा मंत्रिमंडल में देना चाहती है नए चेहरों को जगह
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी ने अपने मंत्रियों को इस्तीफा देने को इसलिए कहा है, ताकि नए चेहरों को कैबिनेट में जगह दी जा सके। कोर ग्रुप की मीटिंग में भी यह वजह साफ कर दी गई है। कहा गया कि इस्तीफा देने का मतलब पीडीपी से समर्थन वापस लेना नहीं है, महबूबा सरकार को सपोर्ट जारी रहेगा। इसकी एक वजह यह भी बताई जा रही है कि भाजपा अपने हिस्से के मंत्रिमंडल में इसलिए नए चेहरों को शामिल करना चाहती है, क्योंकि पुराने मंत्रियों से उसे कुछ हासिल होने से ज्यादा नुकसान हो रहा था। इसकी पुष्टि पीडीपी के सूत्रों ने भी की है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार चलती रहेगी। भाजपा अपने कोटे के मंत्रिमंडल का पुनर्गठन करना चाहती थी, इसलिए उसने ऐसा किया है।
कठुआ कांड के समर्थन में रैली में शामिल होने के आरोप में पहले ही दो मंत्री दे चुके हैं इस्तीफा
बता दें कि इससे पहले जम्मू कश्मीर की महबूबा सरकार में भाजपा कोटे के दो मंत्री लाल सिंह और चंद्र प्रकाश गंगा ने सरकार से इस्तीफा दे दिया था। उन दोनों पर आरोप था कि कठुआ गैंगरेप के समर्थन में निकली रैली में उन्होंने शिरकत की थी। इस वजह से जम्मू-कश्मीर सरकार की काफी बदनामी हो रही थी। इसके बाद अब भाजपा के सभी मंत्रियों ने अप्रत्याशित कदम उठाते हुए मंगलवार को इस्तीफे दे दिया। इससे महबूबा सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। हालांकि अभी महबूबा सरकार से समर्थन वापसी पर कोई फैसला नहीं हुआ है।
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर के कठुआ में 8 साल की मासूम नाबालिग बच्ची से रेप करने और फिर हत्या करने वाले आरोपियों के समर्थन में भाजपा के दो मंत्रियों के खड़ा होने के बाद उनके इस्तीफे की मांग उठी थी। हालांकि भाजपा नेता लाल सिंह ने इस मामले की सीबीआइ जांच की मांग करते हुए अपना इस्तीफा सौंप दिया था और फिर मंगलवार को पैदल मार्च निकाला था। लाल सिंह ने महबूबा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि ‘महबूबा सरकार कठुआ गैंगरेप मामले में दोषियों पर कार्रवाई करने में नाकाम रही है।’
आपको बता दें कि बीते 10 जनवरी को जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के रासना गांव की रहने वाली बकरवाल समुदाय की 8 साल की मासूम बच्ची को अगवा कर उसका सामुहिक रेप किया गया था। रेप करने के बाद बच्ची की हत्या कर दी गई थी। इस घटना का सामने आने के बाद देश भर में आक्रोश फैल गया है।