इस मौके पर भाजपा नेता भूपेंद्र यादव ने कहा कि यह रथ पूरे बिहार में जंगल राज के उस 15 साल को याद दिलाएगा जिसमें व्यापारी या तो बिहार से बाहर चले गए या फिर व्यापार छोड़ने पर मजबूर हो गए।
उन्होंने कहा, “जंगलराज से अगर कोई सबसे ज्यादा प्रताड़ित हुआ था तो वो व्यापारी वर्ग ही था जिसने जंगल राज की असली तस्वीर देखी है। कोई भी सप्ताह ऐसा नहीं बितता था जब व्यापारियों की हत्या या अपहरण नहीं होता था। व्यापार करने के लिए उनसे रंगदारी वसूली जाती थी और नहीं देने पर उनका या उनके परिवार का अपहरण कर लिया जाता था।”
उन्होंने कहा कि यह रथ लोगों को जंगल राज की याद दिलाएगा और बदले बिहार की तस्वीर भी जनता के सामने रखेगा।