कुछ दिन पहले ही बीटी अरसकुमार ने एमके स्टालिन की तारीफ की थी और कहा था कि मैं स्टालिन को तमिलनाडु का मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहता हूं। डीएमके में शामिल होने के बाद अरसकुमार ने कहा कि सच बोलने के कारण पिछले कुछ दिनों में उनके साथ बुरा बर्ताव किया गया।
अरसकुमार ने कहा कि उनके शुभचिंतकों ने बीजेपी में नहीं रहने की सलाह दी और और पार्टी छोड़ने को कहा, इसलिए उन्होंने बीजेपी छोड़ दी। कुमार ने कहा कि वे बीजेपी की आलोचना करने नहीं जा रहे लेकिन जो लोग वहां (बीजेपी) हैं उन्हें सच्चाई समझनी चाहिए और उसी के मुताबिक फैसला लेना चाहिए।
अरसकुमार ने कहा कि अब वे अपने मूल संगठन में वापस आ गए हैं क्योंकि आत्म सम्मान खोने के बाद वहां रहने का कोई मतलब नहीं था।