जावड़ेकर ने उठाया सवाल
जावेड़कर ने कहा, “कांग्रेस ने उन पार्टियों के साथ गठबंधन किया है, जिनने इस विधेयक का विरोध किया था। क्या वे गठबंधन से बाहर निकलेंगे? क्या वे उन पार्टियों को समर्थन के लिए पत्र लिखेंगे, जिन्होंने विधेयक का विरोध किया था।उन्होंने हालांकि समाजवादी पार्टी या राष्ट्रीय जनता दल का नाम नहीं लिया, जिनके साथ कांग्रेस का क्रमश: उत्तर प्रदेश और बिहार में गठबंधन है।
राहुल ने बिल को लेकर पीएम को लिखा पत्र
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर संसद के मॉनसून सत्र में महिला आरक्षण विधेयक को पारित कराने के लिए समर्थन मांगा था, जिसके तुरंत बाद भाजपा नेता ने उनके बयान पर पलटवार किया। राहुल ने दावा किया कि भाजपा ने 2014 के घोषणा पत्र में इस वादे को प्रमुखता से शामिल किया था, लेकिन पार्टी अब इसपर दोहरा रवैया अपना रही है।कांग्रेस नेता ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान राज्यसभा द्वारा मार्च 2010 में पारित यह विधेयक लोकसभा में गत आठ वर्षो से एक के बाद एक बहाने की वजह से अटका पड़ा हुआ है।राहुल ने कहा कि विधेयक में देश के शासन में परिवर्तन करने की क्षमता है। इसमें और अधिक देरी करने से यह 2019 लोकसभा चुनाव से पहले पारित नहीं हो पाएगा। मॉनसून सत्र 18 जुलाई से शुरू होगा और 10 अगस्त को समाप्त होगा।