25 जून को ही लगी थी आपातकाल
गौरतलब है कि भाजपा आपातकाल के संबंध में पूरी रणनीति के साथ मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है और कांग्रेस को तमाम बिन्दुओं पर घेरने की योजना बना रही है। बता दें कि 25 मई 1975 को तत्कालीन राष्ट्रपति फखरूद्दीन के हस्ताक्षर के बाद इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लागू किया था। आपातकाल के दौरान 26 जून की सुबर लोकनायक जय प्रकाश नारायण, मोरारजी देसाई समेत तमाम दिग्गज नेताओं को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया था। आजाद भारत के इतिहास में यह पहला अवसर था जब राजनीतिक कारणों से देश में आपातकाल लगाया गया था।
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प्रेस वार्ता में सभी बड़े मंत्रियों के भाग लेने की संभावना
आपको बता दें कि ऐसा बाताया जा रहा है कि 25 जून को मनाने जा रही काला दिवस में भाजपा के सभी बड़े मंत्रियों और पार्टी नेता भाग लेंगे। गौरतलब है कि 25 और 26 जून 1975 की रात को ही तत्काली राष्ट्रपति फखरूद्दीन ने आपातकाल के आदेश पर हस्ताक्षर किए थे और फिर अगले दिन से ही प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देशभर में आपातकाल को लागू करने की घोषणा कर दी थी।
भाजपा आपातकाल पर कांग्रेस को घेरती रही है
आपको बता दें कि यह कोई पहला अवसर नहीं है जब भाजपा कांग्रेस को आपातकाल के मुद्दे पर घेरती रही है। ऐसे कई अवसर आएं हैं जब सार्वजनिक मंच से भाजपा ने आपातकाल के मुद्दे पर कांग्रेस पर सवाल उठाए हैं और कटघरे में खड़ा किया है। बता दें कि 25 जून 1975 से लेकर 21 मार्च 1977 तक देश में आपातकाल लागू था। इस दौरान देश की राजनीति में कई बड़े बदलाव देखने को मिले थे। सबसे खौफनाक था प्रेस की आजादी और लोगों की व्यक्तिगत स्वतंत्रता को छीन लेना।