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बीजेपी कार्यकर्ता के भाई ने बुजुर्ग को पीटा और फाड़े घर के महिलाओं के कपड़े, जिलाध्य कर रहे पैरवी

Published: Aug 15, 2017 02:32:00 pm

बीजेपी के गाजीपुर अध्यक्ष कोतवाली में पैरवी करते हैं गुण्डों की…

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गाजीपुर. बीजेपी महिला सुरक्षा का दावा करती है। दावा करती है गुण्डामुक्त उत्तर-प्रदेश बनाने की और बुजुर्गों को सम्मानित जीवन-यापन देने की। पर इसी बीजेपी के गाजीपुर अध्यक्ष कोतवाली में पैरवी करते हैं गुण्डों की। वो भी एक ऐसे मामले में जिसमें एक 75 वर्षीय बुजुर्ग को मारा-पीटा जाता है और उनके घर की महिलाओं को भी मारा-पीटा जाता है। उनके कपड़े तक फाड़े जाते हैं और ये पूरी घटना पुलिस अधीक्षक आवास के 300 मीटर की दूरी पर घटती है।
घर के लोग यूपी-100 को फोन करते हैं पर 25 मिनट तक यूपी-100 मौके पर नहीं पहुंचती है। दूसरे दिन पीड़ित परिवार कोतवाली पहुंचता है पर उनकी एफआईआर सही ढंग से दर्ज नहीं की जाती है, क्योंकि मारने वालों का भाई बीजेपी का एक कार्यकर्ता होता है। इस मामले की जानकारी जब पत्रकारों को हुई तो उन्होंने इस मामले को पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में लाया और उन्होंने बीजेपी के जिलाध्य़क्ष भानुप्रताप सिंह से फोन पर बात की।
फोन पर बीजेपी जिलाध्यक्ष ने इस बात को स्वीकार किया कि उन्होंने इस मामले में पैरवी की थी और पार्टी के लोगों को कोतवाली भेजा था। इस घटना से बुजुर्ग और उनका परिवार बुरी तरह से डरा हुआ है और वो कैमरे पर आने को तैयार नहीं है। सवाल ये उठता है कि, जब पुलिस अधीक्षक आवास के 300 मीटर के दायरे में भी एक परिवार सुरक्षित नहीं है तो अन्य जगह कैसे सुरक्षित हो सकता है। चूँकि ये पूरा मामला एक पत्रकार आशुतोष त्रिपाठी की कालोनी से जुड़ा हुआ है और जब ऐसी घटना में बीजेपी के पैरवी की बात सामने आयी तो उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष से फोन पर इस बारे में बात की और पूरा मामला बताया तो बीजेपी अध्य़क्ष द्वारा इस बात को स्वीकार किया गया कि, उनके और पार्टी के द्वारा मामलें में सदर कोतवाली में पैरवी की गयी।
यही नहीं पार्टी के लोग कोतवाली भी गये।बीजेपी के लोगों के कोतवाली में जाने की वजह से पुलिस दबाव में आयी और मामले में उचित कार्यवाही नहीं की गयी। एक ऐसा व्यक्ति जिसने 58 वर्षों तक सरकार का सेवा का और सम्मान के साथ जीवन जीया पर उसे 75 वर्ष की उम्र में मारा गया और उसे न्याय तक नहीं मिला। जिसके परिणामस्वरूप वो इतना भयभीत है कि अब कुछ बोलने से भी डर रहे हैं और ये परिवार डरे भी क्यों न जब मारपीट करने वाले बार-बार इनके सामने से खुलेआम घूम रहे हों।
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