करवरिया ब्रदर्स के खिलाफ यह कार्रवाई पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के मद्देनजर की गई है
नई दिल्ली। बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने कपिलमुनि करवरिया और उनके छोटे भाई निवर्तमान एमएलसी सूरजभान करवरिया को पार्टी से निकाल दिया है। करवरिया ब्रदर्स के खिलाफ यह कार्रवाई पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने, ब्राह्मण कार्यकर्ताओं की अनदेखी करने व पार्टी को कमज़ोर करने के आरोपों के मद्देनजर की गई है।
कौन हैं करवरिया बंधु?
करवरिया भाई इलाहाबाद के पूर्व सपा विधायक जवाहर पंडित के कत्ल के आरोप में पिछले करीब एक साल से जेल में बंद हैं। कपिलमुनि करवरिया साल 2009 से 2014 तक फूलपुर के सांसद रहे। वह 2014 का लोकसभा चुनाव भी इसी सीट से लड़े, लेकिन मोदी लहर में उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था।
प्रेस रिलीज के जरिए हुई पुष्टि-
करवरिया ब्रदर्स कपिल और सूरज को बीएसपी से निकाले जाने की सूचना पार्टी के जोनल कोआर्डिनेटर आर. के. चौधरी, इंद्रजीत सरोज और अखिलेश अम्बेडकर ने प्रेस रिलीज के जरिये दी है।
क्या मानते हैं जानकार?
कुछ राजनीतिक विश्लेषक इसे यूपी चुनाव से पहले मायावती की सोशल इंजीनियरिंग के तौर पर भी देख रहे हैं। मायावती अपने परंपरागत दलित वोटो के साथ ही ब्राहमण वोट को भी नाराज नहीं करना चाहतीं हैं।
गौरतलब है कि कुछ ही समय पहले ही मायावती के अपने एक उम्मीदवार का टिकट सिर्फ इस बात पर काट दिया था कि मायावती से आशीर्वाद लेते हुए उसने फोटो फेसबुक पर डाल दी थी। इन चीजों को जोड़कर देखने से पता चलता है कि मायावती ने यूपी चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है।