उन्होंने इसके पीछे टीएमसी को जिम्मेदार बताया है। मुखर्जी ने कहा कि हमलावर कार का दरवाजा खोलने में नाकाम रहे, जिसके चलते उनकी जान बच गई। उधर टीएमसी ने बीजेपी नेता के सभी आरोपों को खारिज कर दिया है।
कोरोना से जंग के बीच सामने आई एक और बड़ी आफत, इस जानलेवा बीमारी के चलते कई राज्यों में जारी हुआ अलर्ट पश्चिम बंगाल में राजनीतिक दलों के जुबानी जंग अब हिंसक रूप ले रही है। दरअसल हाल में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफीले पर हमला हुआ। इसी दिन महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की गाड़ी पर भी पत्थर फेंके गए थे। बीजेपी ने इन हमलों के लिए टीएमसी को जिम्मेदार बताया था।
एक महीने के अंदर बीजेपी के एक और नेता पर आसनसोल में हमला हुआ है। कृष्णेंद्रु मुखर्जी ने टीएमसी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जब वे कोलकाता से आसनसोल के हीरापुर स्थित अपने घर लौट रहे थे, तभी तीन अज्ञात लोगों ने उनकी कार रोकी और दरवाजे खोलने की कोशिश की।
दरवाजा खोलने में नाकाम रहने पर उन्होंने वाहन पर अंधाधुंध गोलियां चला दीं। उन्होंने कहा- मुझे आशंका है कि ये लोग तृणमूल कांग्रेस के गुंडे थे।” उन्होंने कहा, ”चालक मदद के लिए चिल्लाया और मैंने स्थानीय लोगों का ध्यान खींचने के लिए बार-बार हॉर्न बजाया, जिसके बाद हमलावर घटनास्थल से फरार हो गए।’
दो महीने से लापता है दुनिया का दिग्गज अरबपति, अपने देश के राष्ट्रपति की आलोचना करना पड़ गया महंगा टीएमसी ने बताई आपसी रंजिश
तृणमूल कांग्रेस के आसनसोल दक्षिण के विधायक तापस बनर्जी ने आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि ये मुखर्जी की आपसी रंजिश का मामला हो सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुखर्जी जबरन वसूली, तस्करी और हत्या के मामलों में आरोपी हैं, ऐसे में हो सकता है कि इसकी वजह से उनकी किसी पुरानी घटना के कारण किसी से दुश्मनी हो या आपसी रंजिश हो।
तृणमूल कांग्रेस के आसनसोल दक्षिण के विधायक तापस बनर्जी ने आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि ये मुखर्जी की आपसी रंजिश का मामला हो सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुखर्जी जबरन वसूली, तस्करी और हत्या के मामलों में आरोपी हैं, ऐसे में हो सकता है कि इसकी वजह से उनकी किसी पुरानी घटना के कारण किसी से दुश्मनी हो या आपसी रंजिश हो।
वहीं पुलिस का कहना है कि हमें शिकायत मिली है, इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा है। अज्ञात हमलावरों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।