दरअसल, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी फिलहाल 8 मंत्रियों के साथ कार्य कर चुके हैं। राज्य में 11 मंत्री बन सकते हैं। खाली पड़ी तीन सीटों को भी भरने की मांग राज्य में उठ रही है। पार्टी नेताओं की मांग है कि जब खाली पदों को भरना है तो यह काम समय से हो जाना चाहिए। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष तथा संगठन महामंत्री के दिल्ली दौरे का मुख्य एजेंडा मंत्रिमंडल विस्तार है। 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को साधने वाले तीन नेताओं को पुष्कर सिंह धामी सरकार में मौका मिल सकता है। सब कुछ ठीक रहा तो 15 अगस्त के बाद उत्तराखंड में मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है।
मंत्री गणेश जोशी हाल में मंत्रिमंडल विस्तार की जरूरत बता चुके हैं। उन्होंने कहा है कि धामी सरकार में तीन पद खाली चल रहे हैं। जल्द ही यह तीन पद भर देने चाहिए ताकि टीम 11 पूरी हो सके। उन्होंने संगठन से लेकर निगमों, प्राधिकरणों और आयोगों में खाली पदों पर पार्टी कार्यकर्ताओं, नेताओं के समायोजन की मांग उठाई है।