पंजाब कांग्रेस के मुखिया और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख़्तसर जिले की लंबी सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे।
चंडीगढ़. पंजाब कांग्रेस के मुखिया और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख़्तसर जिले की लंबी सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। इसी सीट से पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल मुख्यमंत्री है। उन्होंने लंबी से नामांकन भी कर दिया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा विधानसभा चुनाव के लिए के पीछे ख़ास स्ट्रेटजी है।
अमरिंदर ने पार्टी हाईकमान को बताई अपनी इच्छा
कैप्टन ने लंबी से चुनाव लड़ने के पीछे की इच्छा से पार्टी हाईकमान सोनिया गांधी को अवगत कराया है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वे पटियाला से भी चुनाव लड़ेंगे। अमरिंदर के चुनाव लड़ने के बाद पंजाब समेत पूरे देश की सबसे हॉट सीट बन जाएगी। लंबी विधानसभा सीट बादल परिवार का गढ़ है।
क्या है लंबी से कैप्टन की उम्मीदवारी की वजह?
#1. पंजाब में जनता को आप की जगह कांग्रेस का सीधे-सीधे ऑप्शन देना
पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पंजाब में तीसरे नंबर पर चली गई थी। राज्य में अकाली-भाजपा गठबंधन के खिलाफ आप आक्रामक तौर पर मुख्य विपक्षी दल के रूप में सामने है। पूरे राज्य में कांग्रेस के लिए यह चिंता का विषय है। बादल के खलाफ सीधे अमरिंदर का उतरना राज्य में अकालियों के खिलाफ कांग्रेस को अच्छे विकल्प के तौर पर लाएगी।
#2. मुख्यमंत्रियों की लड़ाई
लंबी से कैप्टन का चुनाव लड़ना सीधे मुख्यमंत्री के तौर पर पंजाब को एक मजबूत विकल्प देना है। कांग्रेस के पूरे अभियान को लंबी से कंट्रोल किया जा सकता है। इससे जहां बादल परिवार अपने घर में फंसने को मजबूर होगा, वहीं कैप्टन और कांग्रेस के लिए पूरे पंजाब में एक बेहतर माहौल बनेगा।
#3. बादल के खिलाफ गुस्से को कैश कराना
कई मुद्दों पर बादल के खिलाफ पंजाब भर में गुस्सा है। पिछले दिनों लंबी में उन पर जूता भी फेंका गया। कांग्रेस की कोशिश बादल के गढ़ में उनके खिलाफ बने माहौल को कैश कराना है। कैप्टन के लड़ने से अकाली दल और बादल के खिलाफ खुद बी खुद कांग्रेस और कैप्टन चर्चा में आ जाएंगे।
कांग्रेस में ही हैं नवजोत सिंह
इस बीच, अमृतसर में कैप्टन ने एक बार फिर यह साफ़ करने की कोशिश की कि पूर्व भाजपा सांसद और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू 100% कांग्रेस में ही हैं और वे अमृतसर ईस्ट से पार्टी के उम्मीदवार होंगे। उधर ‘आप’ ने भी जरनैल सिंह को लंबी में बादल के खिलाफ विधानसभा का टिकट दिया है। जरनैल फिलहाल दिल्ली विधानसभा में विधायक थे।