बता दें कि तीन राज्यों में जीत हासिल करने के बाद कांग्रेस नए तेवर में हैं। यह अब कांग्रेस पार्टी के एक्शन में भी दिखाई देने लगा है। यही वजह है कि हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस तेलंगाना में आंध्र प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी टीडीपी के साथ मिलकर लड़ने के बाद भी आंध्र में सभी सीटों पर अकेले लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता और आंध्र प्रदेश के प्रभारी ओमान चांडी ने बुधवार को कहा था कि कांग्रेस ने 25 लोकसभा और 175 विधानसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। जब उसने यह पूछा गया कि कांग्रेस के इस फैसले का मतलब यह होगा कि आंध्र प्रदेश में कांग्रेस और टीडीपी का कोई महागठबंधन नहीं होगा। क्या इस बारे में चंद्रबाबू नायडू को फैसले की सूचना दे दी गई है? इस पर ओमान चांडी ने कहा कि मैं कांग्रेस से जुड़ा हूं न कि टीडीपी और उसके नेता चंद्रबाबू नायडू से। हम हाई कमान को सूचना दे देंगे और इसकी इजाजत ले लेंगे। उन्होंने कहा कि जहां तक तेलंगाना में टीडीपी के साथ गठबंधन करने का फैसले की बात है तो इस बारे में अंतिम निर्णयपार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को करना है।