नायडू ने दिए सरकार गठन के लिए 1996 का मॉडल अपनाने के संकेत महागठबंधन मजबूत करने की कोशिश भाजपा के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने के लिए चंद्रबाबू नायडू लगातार नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। शनिवार को अशोक गहलोत से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि मैं सभी विपक्षी दलों से अपील करता हूं कि वह भाजपा के खिलाफ हमारे साथ जुड़े। हम भाजपा विरोधी दल एक साझा मंच बनाना चाहते हैं। चंद्रबाबू नायडू ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि योजना बनाने के मकसद से दिल्ली में 22 नवंबर को बैठक होगी। बता दें कि इससे पहले उन्होंने शुक्रवार को चेन्नई में डीएमके चीफ एमके स्टालिन से उनके घर जाकर मुलाकात की थी। नायडू ने कहा कि वह भाजपा विरोधी मोर्चे का चेहरा नहीं हैं। साथ ही उस समय उन्होंने कहा कि वह स्टालिन से देश को बचाने के लिए उनका साथ देने का आग्रह करने आए थे क्योंकि लोकतंत्र और देश खतरे में है और हम सबको भाजपा के खिलाफ एकजुट होना होगा।
खशोगी हत्याकांड: तुर्की ने सऊदी अरब और अमरीका सहित कई देशों को सौंपे टेप 1996 मॉडल बनाने के दिए संकेत इससे पहले गुरुवार को नायडू ने पूर्व प्रधानमंत्री व जद-एस के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेगौड़ा व कर्नाटक राज्य के अपने समकक्ष एच डी कुमारस्वामी से मुलाकात की। नायडू और जनता दल-एस नेताओं के बीच महागठबंधन के मसले पर चर्चा हुई। मुलाकात के बाद उन्होंने संकेत दिए कि केंद्र मेंं सरकार गठन के लिए प्रस्तावित महागठबंधन 1996 का मॉडल अपना सकता है। तब गैर कांग्रेस व गैर भाजपा दलों के गठबंधन-संयुक्त मोर्चा ने एच डी देवेगौड़ा के नेतृत्व में सरकार बनाई थी और कांग्रेस ने उसे बाहर से समर्थन दिया था।