पंजाब कांग्रेस के प्रभारी और वरिष्ठ नेता हरीश रावत (Harish Rawat) ने ट्वीट कर इस बात सूचना दी। इससे पहले सुखजिंदर सिंह रंधावा को सीएम बनाए जाने की बात जोर पकड़ रही थी, बाद में चरणजीत सिंह चन्नी पर मुहर लगी। मगर उन पर मीटू जैसे गंभीर आरोप लग चुके हैं।
चरणजीत सिंह चन्नी पर आरोप लगे थे
इस संबंध में भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी इस मामले को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करा है। जानकारी के अनुसार ये मामला 2018 का है। चरणजीत सिंह चन्नी पर आरोप लगा था कि उन्होंने एक महिला आईएएस अधिकारी को 2018 में अश्लील मैसेज भेजा था।
महिला IAS ने उनके खिलाफ आधी रात को आपत्तिजनक मैसेज भेजने के लिए शिकायत की थी। बाद में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा था कि मामला सुलझा लिया गया है। हालांकि, यह मामला इस सोमवार को दोबारा सामने आया, जब पंजाब महिला आयोग ने राज्य सरकार को नोटिस भेजकर आरोप पर जवाब मांगा है।
तीन बार विधायक बने
रामदासिया सिख समुदाय के दलित नेता, चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब सरकार में तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री हैं। वह चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक बने। चन्नी ने 2015-16 से पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में कार्य किया है।
चन्नी के चुनाव पर बोले सुखजिंदर सिंह रंधावा
चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बनाए जाने के फैसले के बाद इस पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि ‘वो पार्टी हाईकमान के फैसले को लेकर काफी खुश हैं। उन्होंने कहा कि मैं सभी विधायकों का काफी आभारी हूं, जिन्होंने मेरा समर्थन किया। चन्नी मेरे भाई हैं।’