पश्चिम बंगाल: ममता सरकार ने राज्यपाल धनखड़ को नादिया जाने के लिए हेलीकॉप्टर देने से नीतीश कुमार ने कहा कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा था। उन्होंने कहा कि कोई जब सरकार बना ही नहीं रहा तो करे क्या! इसलिए राष्ट्रपति शासन लगाना पड़ा।
ये बात सीएम नीतीश कुमार ने पटना रेलवे स्टेशन के पास देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को उनकी जयंती के अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद कही।
सरकार बनाने के लिए उद्धव ठाकरे पर बढ़ा हिंदुत्व का एजेंडा छोड़ने का दबाव बता दें कि महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के लिए 21 तारीख को मतदान हुआ था और 24 को नतीजे आए थे। बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी थी, जबकि साथ में चुनाव लड़ने वाली सहयोगी शिवसेना दूसरी बड़ी पार्टी थी। इसके बाद दोनों के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर विवाद हो गया।
सुप्रीम कोर्ट ने की पुनर्विचार याचिका खारिज, रफाल सौदे पर पीएम मोदी को मिली बड़ी राहत शिवसेना सरकार में आधे कार्यकाल के लिए अपनी पार्टी के मुख्यमंत्री की डिमांड कर रही थी। उसने कहा कि चुनाव से पहले ही बीजेपी के साथ 50-50 का फॉर्मूला तय हुआ था। हालांकि बीजेपी ने इससे साफ इनकार करते हुए कहा था कि ऐसी कोई डील नहीं हुई थी। नतीजतन शिवसेना NDA से अलग हो गई और लगभग 20 साल पुराना गठबंधन टूट गया।