24 अगस्त से अनशन पर हैं हार्दिक पटेल
सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, “किसानों का कृषि ऋण माफ किया जाना चाहिए। हार्दिक पटले किसानों के लिए लड़ रहे हैं। सभी किसान व समाज उनके साथ है। ईश्वर उन्हें ताकत दें।” आपको बता दें कि हार्दिक पटेल ने पुलिस द्वारा अपने समर्थकों पर लाठी चार्ज करने के विरोध में रविवार को एक सरकारी मेडिकल टीम को वापस भेज दिया था। हार्दिक पटेल ने 24 अगस्त से पानी त्याग दिया है।
कल अपनी वसीयत को किया था सार्वजनिक
हार्दिक पटेल के इस अनशन के समर्थन में इससे पहले वामपंथी दल, आरजेडी और जीतन राम मांझी भी समर्थन में आ चुके हैं। रविवार को उन्होंने अपनी वसीयत सार्वजनिक की। इसमें उन्होंने मौत होने पर नेत्रदान की इच्छा प्रकट की है। हार्दिक ने अपनी संपत्ति माता-पिता और बहन में बांटने के साथ आरक्षण आंदोलन के दौरान मारे गए 14 युवकों के परिजनों को भी देने की बात कही है।
कम उम्र की वजह से चुनाव नहीं लड़ सके थे हार्दिक पटेल
पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) के नेता पाटीदारों के आरक्षण, किसानों के लिए ऋण माफ करने और अपने सहयोगी अल्पेश कठारिया को रिहा करने की मांग के साथ अनशन पर हैं। हार्दिक पटेल गुजरात चुनाव से पहले पटेल आंदोलन को लेकर चर्चाओं में आए थे। उन्होंने गुजरात चुनाव के समय पर पटेल आरक्षण की मांग को उठाकर एक नया माहौल खड़ा कर दिया था। माना जा रहा था कि वो चुनाव में भी उतर सकते हैं, लेकिन कम उम्र की वजह से वो चुनाव नहीं लड़ पाए थे।