सर्जिकल स्ट्राइक की तैयारी हुई जल्दी
पर्रिकर ने कहा, “सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में सबसे बड़ी बात गोपनीयता है। सिर्फ हम चार जानते थे। प्रधानमंत्री, मैं, सेना प्रमुख और सैन्य संचालन महानिदेशक। हम चारों दिल्ली में थे और कोर कमांडर व सेना के कामांडर व जिन्होंने इसे क्रियान्वित किया वे श्रीनगर में थे।”पूर्व रक्षामंत्री ने कहा, “हमें इसके लिए शीघ्र तैयारी करनी पड़ी, क्योंकि इन चीजों को मौके पर नहीं किया जा सकता है।”पूर्व रक्षामंत्री ने पार्टी कार्यकर्ताओं से लोगों तक पहुंचने व सकारात्मक माहौल बनाने का आग्रह किया।मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी मां का किसी भी घटना के लिए व्यापक तैयारी करने का ज्ञान उन कारकों में से एक था, जिसने उन्हें प्रेरित किया और उनका रक्षा मंत्रालय वास्तविक स्ट्राइक से पहले पूरी तरह से तैयार था।
सर्जिकल स्ट्राइक बड़ी उपलब्धि
मुख्यमंत्री पर्रिकर लगातार कार्यक्रमों में सर्जिकल स्ट्राइक की उपलब्धियों पर बयान देते रहते हैं। गोवा में एक कार्यक्रम में पर्रिकर ने कहा कि 2014 में उन्हें रक्षामंत्री बनाया जाना शायद एक अस्थायी जिम्मेदारी थी, लेकिन उन्होंने कहा कि उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि भारत के पूर्वी और पश्चिमी मोर्चे पर सर्जिकल स्ट्राइक रही। पूर्व रक्षामंत्री ने कहा, “सबसे महत्वपूर्ण पहलू था दोनों तरफ सर्जिकल स्ट्राइक। यह वह फैसला था, जिसकी जरूरत थी। सशस्त्र बलों ने निश्चित रूप से सर्जिकल स्ट्राइक किया था, लेकिन इसके लिए राजनीतिक निर्णय, प्रधानमंत्री के समर्थन और उनकी मदद की जरूरत थी। व्यापक योजना की जरूरत थी। मेरी विशेषता उसमें काम आई। इसलिए मैंने राष्ट्र के लिए अपना कर्तव्य निभाया।” पर्रिकर ने यह भी कहा कि उन्होंने रक्षामंत्री की अपनी भूमिका बहुत अच्छे से निभाई थी।