एक एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम की 80 विधानसभा सीटों को केंद्र में रखकर पीएम मोदी ने 30 रैलियों में जनता को संबोधित किया। इनमें से केवल 23 सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों को जीत मिली। 57 सीटों पर भाजपा प्रत्याशी हार गए। यानी पीएम के प्रचार वाले 70 फीसद सीटों पर भाजपा प्रत्याशी हार गए। मोदी ने सबसे ज्यादा रैलियां मध्य प्रदेश और राजस्थान में कीं। मध्य प्रदेश और राजस्थान में मोदी ने कुल रैलियों में 70 फीसद रैलियां की। छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में मोदी ने आठ रैलियां की। इन आठ सीटों पर प्रचार से 26 विधानसभा सीटों को कवर किया गया लेकिन भाजपा को केवल एक सीट पर जीत मिली। मध्य प्रदेश में तो यहां तक कहा जा रहा है कि अगर पीएम यहां प्रचार नहीं करते तो शिवराज सिंह चौहान चौथी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बन सकते थे।
दूसरी तरफ मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान जैसे हिंदी हार्टलैंड और तेलंगाना में योगी अहम चुनाव प्रचारक के तौर पर उभरे हैं। चारों राज्यों में योगी ने 58 रैलियां कीं। यहां भाजपा 27 सीटें जीती और 42 में उसे हार मिली। मध्य प्रदेश और राजस्थान में योगी ने 37 विधानसभाओं में 27 चुनावी सभाएं कीं। यहां भाजपा को 21 सीटें मिलीं। छत्तीसगढ़ में 23 विधानसभाओं में योगी ने 23 सभाएं कीं। यहां भाजपा को 5 सीटें मिलीं। आंकड़ों के लिहाज से देखें तो योगी की जीत का आंकड़ा मोदी से बेहतर है। मोदी का जीत प्रतिशत 28.5 फीसदी और योगी का 39.13 फीसदी रहा।