दिल्ली हिंसा ( Violence in Delhi ) पर केन्द्र सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों ने लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शुरू कर दिया। इसके चलते लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शोक प्रकट करने के बाद सदन को दोपहर 2 बजे तक स्थगित किया। दोपहर में सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्षी दलों के सांसद अमित शाह के इस्तीफे की मांग वाले पोस्टर और बैनर लेकर वेल में आ गए। विपक्षी सांसद नारेबाजी के साथ कार्य सूची को फाड़कर अध्यक्ष की टेबल के सामने हवा में उड़ाने लग गए। अध्यक्ष ने नाराजगी जताते हुए विपक्षी सांसदों से समझाइश की कोशिश भी की। हालांकि प्रदर्शन के बीच सदन की कार्यवाही चलती रही। उधर, राज्य सभा की कार्यवाही भी सुबह से ही हंगामे की भेंट चढ़ी रही।
प्रत्यक्ष करों पर ‘विवाद से विश्वास’ विधेयक 2020 पर चर्चा में भाग लेते हुए भाजपा के सांसद संजय जायसवाल ने दिल्ली हिंसा से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी-प्रियंका गांधी के भाषणों को जोड़ दिया। इसी बीच कांग्रेस सांसद गौरव गोगई और हिबी हेडन शाह के इस्तीफे की मांग वाला बैनर लेकर भाजपा की बेंच की ओर चले गए। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने दोनों सांसदों को वेल की ओर जाने के लिए कहा। इसी दौरान भाजपा सांसद रमेश विधूड़ी और प्रवेश वर्मा विरोध करते हुए आए और उनकी कांग्रेस सांसदों से धक्का-मुक्की हो गई। यह देख लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कार्यवाही को दोपहर 3 बजे तक स्थगित कर दिया। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, स्मृति ईरानी और कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी समेत कुछ अन्य वरिष्ठ सांसदों ने मामला सुलझाने का प्रयास किया। इसके बाद तीन बार सदन को चलाने का प्रयास किया गया, लेकिन हंगामे को देखते हुए आखिर में शाम साढ़े चार बजे सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।
सोनिया-राहुल देखते रहे हंगामे के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सपा के मुलायम सिंह यादव समेत कई वरिष्ठ सांसद भी मौजूद थे। हंगामे के दौरान यह सांसद अपनी जगह पर बैठकर पूरा घटनाक्रम देखते रहें।
मोदी-शाह-सिंह नहीं थे सदन में हंगामे के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद समेत कोई वरिष्ठ मंत्री भी मौजूद नहीं थे।
मीणा पर लगाए आरोप
केरल से कांग्रेस की सांसद राम्या हरिदास ने दौसा से भाजपा सांसद जसकौर मीणा पर हमला करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इसकी शिकायत लोकसभा अध्यक्ष बिरला से कर मीणा पर कार्रवाई की मांग की है।
सदन के बाहर नारे लगाने का अधिकार-बिरला विपक्ष के हंगामे पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने नाराजगी जताई और कहा कि दिल्ली में एक बार स्थिति सामान्य होने पर बहस होगी। दिल्ली में स्थिति सामान्य बनाए रखने के लिए सभी राजनीतिक दलों का सामूहिक प्रयास होना चाहिए। उन्होंने विपक्षी सांसदों से कहा कि ये लोकतंत्र का मंदिर है, हम भी शांति चाहते हैं। यहां चर्चा करें, सबको बोलने का मौका मिलेगा। यह हंगामा और नारेबाजी देश की जनता देख रही है। आपको सदन से बाहर नारे लगाने का अधिकार है।
गांधी मूर्ति के सामने प्रदर्शन सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले सोमवार सुबह कांग्रेस ने केंद्र सरकार के खिलाफ गांधी मूर्ति के पास विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए, यहां पार्टी नेताओं ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का इस्तीफा मांगा।
कार्य सूची फाड़ना निंदनीय-जोशी संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल के सांसद लोकसभा में हंगामा कर कार्यसूची व अन्य कागज फाडक़र हवा में उड़ा रहे हैं, जो निंदनीय है। साथ ही उन्होंने कहा कि जिनके कार्यकाल में 1984 जैसी घटना हुई वो आज यहां पर हंगामा कर रहे हैं, मैं इसकी निंदा करता हूं।