कांग्रेस ने यह दिया तर्क
सिंघवी ने कहा कि हम चुनाव आयोग से अमित शाह और स्मृति ईरानी की सीट पर एक साथ चुनाव कराने का अनुरोध करना चाहते हैं, बजाय इसके कि दो अलग-अलग समय पर चुनाव हों। अगर एक साथ चुनाव हुए तो एक सीट सत्ताधारी पार्टी और एक सीट विपक्ष जीत सकता है। अगर अलग-अलग समय पर चुनाव हुए तो यह गलत होगा।
सिंघवी ने कहा कि हम चुनाव आयोग से अमित शाह और स्मृति ईरानी की सीट पर एक साथ चुनाव कराने का अनुरोध करना चाहते हैं, बजाय इसके कि दो अलग-अलग समय पर चुनाव हों। अगर एक साथ चुनाव हुए तो एक सीट सत्ताधारी पार्टी और एक सीट विपक्ष जीत सकता है। अगर अलग-अलग समय पर चुनाव हुए तो यह गलत होगा।
पंजाबः घमासान के बीच नवजोत सिंह सिद्धू के लिए अच्छी खबर, दूसरी पार्टियों ने दिया शामिल होने का न्योता लोकसभा चुनाव में निर्वाचन आयोग की भूमिका को लेकर भी कांग्रेस ने सवाल उठाए। सिंघवी ने कहा कि चुनाव में आयोग ने जितना महत्व सत्ता पक्ष को दिया उतना विपक्ष को नहीं दिया। यही नहीं ईवीएम को लेकर पूछे गए सवाल पर भी सिंघवी ने कहा कि कई अन्य दल भी ईवीएम में गडबड़ी पर सवाल खड़ा कर चुके हैं। हमारी मांग है कि ईवीएम को वीवीपैट से लिंक किया जाए।
आपको बता दें लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के तीन नेता चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे। इनमें अमित शाह और स्मृति ईरानी गुजरात से भाजपा के राज्यसभा सदस्य थे। जबकि रविशंकर प्रसाद बिहार से राज्यसभा सदस्य थे। बहरहाल शाह और ईरानी के लोकसभा पहुंचने पर गुजरात की दो राज्यसभा सीटें खाली हैं। ऐसे में कांग्रेस को अंदेशा है कि भाजपा यहां गड़बड़ी कर सकती है।
2017 में एक सीट पर मचा था बवाल
आपको बता दें कि वर्ष 2017 में कांग्रेस और भाजपा के बीच एक राज्यसभा सीट को लेकर जमकर बवाल मचा था। उस दौरान कांग्रेस उम्मीदवार अहमद पटेल और भाजपा उम्मीदवार बलवंत सिंह राजपूत के बीच कड़ी टक्कर में कांग्रेस के अहमद पटेल जीत गए थे।
आपको बता दें कि वर्ष 2017 में कांग्रेस और भाजपा के बीच एक राज्यसभा सीट को लेकर जमकर बवाल मचा था। उस दौरान कांग्रेस उम्मीदवार अहमद पटेल और भाजपा उम्मीदवार बलवंत सिंह राजपूत के बीच कड़ी टक्कर में कांग्रेस के अहमद पटेल जीत गए थे।
अहमद पटेल को दी चुनौती
अहमद पटेल राज्यसभा पहुंचने में कामयाब तो हुए लेकिन भाजपा ने इस जीत को साजिश बताते हुए इस फैसले को चुनौती दी थी। इसी मामले में 12 जून को गुजरात हाईकोर्ट ने अहमद पटेल को फटकार लगाई।
अहमद पटेल राज्यसभा पहुंचने में कामयाब तो हुए लेकिन भाजपा ने इस जीत को साजिश बताते हुए इस फैसले को चुनौती दी थी। इसी मामले में 12 जून को गुजरात हाईकोर्ट ने अहमद पटेल को फटकार लगाई।
हाईकोर्ट ने अहमद पटेल को समन भेजकर 20 जून को कोर्ट की सुनवाई में हाजिर रहने का आदेश दिया। आपको बता दें कि पटेल ने सेहत का हवाला देते हुए कोर्ट में हाजिर ना होने की बात कही थी।