सोनिया और राहुल से मिलेंगे कुमारस्वामी
सरकार गठन और शपथ ग्रहण के सिलसिले में आज जेडीएस प्रमुख कुमारस्वामी नई दिल्ली में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलेंगे। वह बुधवार को प्रस्तावित शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी को आमंत्रण भी देंगे। वहीं कांग्रेस और जेडीएस के नेताओं के बीच आज बैठक हो सकती है। इसमें कुमारस्वामी भी शामिल हो सकते हैं। बैठक में कर्नाटक के डिप्टी सीएम जैसे कई अहम मुद्दों पर विचार हो सकता है। संभावना है कि डिप्टी सीएम का पद कांग्रेस को मिले। हालांकि कांग्रेस ने जेडीएस को बिना कोई शर्त समर्थन दिया है। कुमारस्वामी ने कहा कि आज विधायक दल की बैठक में डिप्टी सीएम के नाम पर फैसला लिया जाएगा।
सरकार गठन और शपथ ग्रहण के सिलसिले में आज जेडीएस प्रमुख कुमारस्वामी नई दिल्ली में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलेंगे। वह बुधवार को प्रस्तावित शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी को आमंत्रण भी देंगे। वहीं कांग्रेस और जेडीएस के नेताओं के बीच आज बैठक हो सकती है। इसमें कुमारस्वामी भी शामिल हो सकते हैं। बैठक में कर्नाटक के डिप्टी सीएम जैसे कई अहम मुद्दों पर विचार हो सकता है। संभावना है कि डिप्टी सीएम का पद कांग्रेस को मिले। हालांकि कांग्रेस ने जेडीएस को बिना कोई शर्त समर्थन दिया है। कुमारस्वामी ने कहा कि आज विधायक दल की बैठक में डिप्टी सीएम के नाम पर फैसला लिया जाएगा।
डिप्टी सीएम के लिए जी परमेश्वर का सबसे आगे
आपको बता दें कि आज कांग्रेस की भी अलग से बैठक हो सकती है। राहुल गांधी के साथ बैठक में पार्टी नेता यह फैसला करेंगे कि कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार में कांग्रेस के कुल कितने मंत्री होंगे। माना जा रहा है कि कांग्रेस कोटे से कोई एक नेता उप मुख्यमंत्री बनेगा और इसके लिए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जी परमेश्वर की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है। दलित सीएम पद की रेस में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी थे। उन्होंने डिप्टी सीएम बनने में कोई रुचि नहीं दिखाई है। इसके बदले उन्होंने राष्ट्रीय राजनीति में बने रहने का फैसला किया है। यही कारण है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को इस पद के सबसे मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा है।
आपको बता दें कि आज कांग्रेस की भी अलग से बैठक हो सकती है। राहुल गांधी के साथ बैठक में पार्टी नेता यह फैसला करेंगे कि कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार में कांग्रेस के कुल कितने मंत्री होंगे। माना जा रहा है कि कांग्रेस कोटे से कोई एक नेता उप मुख्यमंत्री बनेगा और इसके लिए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जी परमेश्वर की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है। दलित सीएम पद की रेस में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी थे। उन्होंने डिप्टी सीएम बनने में कोई रुचि नहीं दिखाई है। इसके बदले उन्होंने राष्ट्रीय राजनीति में बने रहने का फैसला किया है। यही कारण है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को इस पद के सबसे मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा है।
बुधवार को विपक्ष करेगा शक्ति प्रदर्शन
लोकसभा चुनाव को देखते हुए कुमारस्वामी क शपथ ग्रहण को विपक्ष का शक्ति प्रदर्शन भी मानकर चला जा रहा है। यही कारण है कि देश के सभी क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के नेताओं को इस समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। इस शपथ समारोह में तेलंगाना राष्ट्र समिति प्रमुख के चंद्रशेखर राव, तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी , यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत अन्य दिग्गज नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है। इससे पहले 17 मई को बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री की शपथ ली थी। इसके बाद राज्यपाल वजुभाई वाला ने उनको विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन की मोहलत दी थी, जिसके खिलाफ कांग्रेस और जेडीएस सुप्रीम कोर्ट चले गए थे। सुप्रीम कोर्ट ने बीएस येदियुरप्पा को 28 घंटे यानी शनिवार शाम चार बजे तक विधानसभा में बहुमत साबित करने को कहा, लेकिन वो बहुमत जुटाने में विफल रहे और शक्ति परीक्षण से पहले ही इस्तीफे का ऐलान कर दिया।
लोकसभा चुनाव को देखते हुए कुमारस्वामी क शपथ ग्रहण को विपक्ष का शक्ति प्रदर्शन भी मानकर चला जा रहा है। यही कारण है कि देश के सभी क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के नेताओं को इस समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। इस शपथ समारोह में तेलंगाना राष्ट्र समिति प्रमुख के चंद्रशेखर राव, तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी , यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत अन्य दिग्गज नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है। इससे पहले 17 मई को बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री की शपथ ली थी। इसके बाद राज्यपाल वजुभाई वाला ने उनको विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन की मोहलत दी थी, जिसके खिलाफ कांग्रेस और जेडीएस सुप्रीम कोर्ट चले गए थे। सुप्रीम कोर्ट ने बीएस येदियुरप्पा को 28 घंटे यानी शनिवार शाम चार बजे तक विधानसभा में बहुमत साबित करने को कहा, लेकिन वो बहुमत जुटाने में विफल रहे और शक्ति परीक्षण से पहले ही इस्तीफे का ऐलान कर दिया।