तिवारी ने पूछा, “तीनों सेना प्रमुखों द्वारा सरकार को दी गई सैन्य सलाह और रक्षा मंत्री के प्रधान सैन्य सलाहकार की सैन्य सलाह के संदर्भ में क्या पहलू हैं? क्या सीडीएस (CDS) की सलाह के साथ संबंधित सेवा प्रमुखों की सलाह का टकराव होगा?”
उन्होंने पूछा, “क्या ज्वाइंट स्टाफ कमेटी के स्थायी अध्यक्ष के रूप में सीडीएस तीनों सेवा प्रमुखों को आउटरैंक कर देगा? तीनों सेना के प्रमुख अब रक्षा मंत्री को रक्षा सचिव के माध्यम से रिपोर्ट करेंगे या सीडीएस के जरिए?”
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पूछा, “रक्षा सचिव के मुकाबले सीडीएस का क्या स्थान होगा? क्या रक्षा सचिव ट्राजैक्शन आफ बिजनेस रूल्स के नियम 11 के संदर्भ में रक्षा मंत्रालय के प्रशासनिक प्रमुख बने रहेंगे?”
जनरल बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बनने जा रहे हैं। सोमवार को उनकी नियुक्ति की घोषणा के तुरंत बाद तिवारी ने ट्विटर के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया में ट्वीट कर कहा था, “बड़े खेद और जिम्मेदारी के साथ मैं कह सकता हूं कि सीडीएस के संबंध में सरकार ने बहुत गलत शुरुआत की है। दुर्भाग्य है कि केवल समय के साथ ही पता चल पाएगा कि इस फैसले से क्या दिक्कतें होंगी।”