शंकर सिंह वाघेला ने कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा था कि पार्टी नेतृत्व अगर गुजरात में इसी तरह आत्मघाती मार्ग पर चलती रही तो वह उनके पीछे नहीं जाएंगे।
नई दिल्ली। लंबे समय से कांग्रेस नेतृत्व से खफा चल रहे गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शंकर सिंह वाघेला ने अपने जन्मदिन पर कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी से तो मुझे 24 घंटे पहले ही निकाला जा चुका है। विनाश काले विपरित बुद्धि लेकिन बापू रिटायर होने वाला नहीं है। इससे पहले ने राष्ट्रपित चुनाव में क्रास वोटिंग कराए जाने की खबरों को नकारते हुए कहा कि, क्रॉस वोटिंग में मेरा कोई हाथ नहीं है। मैंने खुद एनसीपी के नेताओं से बातकर उन्हें मीरा कुमार के पक्ष में वोट देने के लिए राजी किया था।
अपने जन्म दिवस के मौके पर आज वाघेला गांधीनगर में अपने समर्थकों के बीच हैं। राजनीतिक गलियारे में इसको कांग्रेस नेता के शक्ति प्रदर्शन के रूप में भी देखा जा रहा है।
बनना चाहते हैं गुजरात सीएम का चेहरा
दरअसल, इस साल के अंत में गुजरात में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसको लेकर वाघेल चाहते हैं कि कांग्रेस उनको सीएम पद का उम्मीदवार घोषित कर दे। लेकिन दो गुटों (शंकर सिंह वाघेला और भरत सिंह सोलंकी) में बंटी गुजरात कांग्रेस को लेकर आलाकमान कोई निर्णय नहीं ले पा रहा है।
भाजपा में जाने की अटकलों पर विराम
हालांकि कांग्रेस नेतृत्व से नाराज चल रहे वाघेला की भाजपा में जाने की चर्चाएं सामने आई थी, लेकिन पिछले महीने भाजपा में घर वापसी की अटकलों को विराम देते हुए गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शंकर सिंह वाघेला ने स्पष्ट कर दिया कि वह भाजपा ज्वाइन नहीं करेंगे।
कांग्रेस नेतृत्व पर उठाए थे सवाल
इससे पहले शंकर सिंह वाघेला ने कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा था कि पार्टी नेतृत्व अगर गुजरात में इसी तरह ‘आत्मघाती मार्ग ‘ पर चलती रही तो वह उनके पीछे नहीं जाएंगे। वाघेला ने यह भी कहा था कि उन्होंने गुजरात विधानसभा चुनाव की तैयारी की जरूरत के बारे में अपनी बात रखी है लेकिन राज्य के अन्य नेता ‘उन्हें कांग्रेस से बाहर करने के लिए काम कर रहे हैं।
कांग्रेस को बताया था गड्ढा
वाघेला ने कहा था कि पार्टी आप खुदकुशी के मार्ग पर बढ़ रही है। आगे बहुत बड़ा गड्ढा है। मैं इस मार्ग पर आपके पीछे नहीं आऊंगा।