scriptविधानसभा चुनाव: कांग्रेस नेता वीरप्‍पा मोइली ने कहा- कर्नाटक में तीन पार्टियों के बीच कांटे की टक्‍कर | Congress M Veerappa Moily says triangular fight but congress will win | Patrika News

विधानसभा चुनाव: कांग्रेस नेता वीरप्‍पा मोइली ने कहा- कर्नाटक में तीन पार्टियों के बीच कांटे की टक्‍कर

Published: Apr 18, 2018 02:19:29 pm

Submitted by:

Dhirendra

विधानसभा चुनाव में कांटे की टक्‍कर के बावजूद कांग्रेस दोबारा सरकार बनाने की स्थिति में है।

veerappa moily
नई दिल्‍ली। वरिष्‍ठ कांग्रेसी नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्‍पा मोइली ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनावों में कांग्रेस, भाजपा और जेडीएस के बीच कांटे की टक्‍कर है। उन्‍होंने कहा कि हर सीट पर फाइट है। अभी इस बात का पूर्वानुमान लगाना गलत होगा कि किस सीट पर कौन मजबूत है। आने वाले दिनों में चुनावी हवा बदलने पर सीमकरण थोड़ा बदल जाए वो बात अलग है। जहां तक कांग्रेस की बात है तो हमारी पार्टी ने किसी के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया है।
भाजपा ने खनन माफिया को उतारा
मोइली ने बेल्लारी में एक सीट पर दागी खनन माफिया जी जनार्दन रेड्डी के बड़े भाई को टिकट देने पर भाजपा को आड़े हाथ लिया है। उन्‍होंने कहा कि कर्नाटक में भाजपा इस बार असहजता के साथ चुनाव मैदान में है। ऐसा इसलिए कि उसने भ्रष्‍ट लोगों के साथ समझौता किया है। पार्टी के नेता येदियुरप्‍पा के कहने पर गलत छवि के लोगों को टिकट देने का काम किया है। आपको बता दें कि कर्नाटक में 224 सीटों पर 12 मई को मतदान होना और 15 मई को मतदान का परिणाग आएगा। प्रदेश में भाजपा की स्थिति खराब है। कांग्रेस भाजपा से बेहतर स्थिति में है। पैसे की ताकत और हिंदूवादी एजेंडा भी भाजपा के काम नहीं आएगी। प्रदेश की पीएम मोदी की लहर का असर नहीं है। मोदी ने अपनी विश्वसनीयता खो दी है।
कांग्रेस को सामान्‍य बहुमत की उम्‍मीद
मीडिया से बातचीत में उन्‍होंने कहा कि अभी तक कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने 218 उम्मीदवारों की सूची की घोषणा की है। शेष छह निर्वाचन क्षेत्रों सिंदगी, बिल्लीतूर, नागथाना, मेलुकोट, रायचूर और शांतिनगर के लिए उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है। इस बार प्रदेश में चुनाव किसी के लिए भी आसान नहीं है। यह चुनाव एक युद्ध जैसा रूप धारण कर चुका है। हर पार्टी को हर सीट पर जीत हासिल करने के लिए संघर्ष करना होगा। इसके बावजूद कांग्रेस को जीत का पूरा भरोसा है। उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस को सामान्‍य बहुमत मिलने की उम्‍मीद है।
जीडीएस से समर्थन मांगने की जरूरत नहीं
मोइली ने कहा कि कांग्रेस को पूर्व पीएम देवगौड़ा नेतृत्‍व वाली जेडी (एस) से समर्थन मांगने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ऐसा इसलिए कि सत्ताधारी पार्टी ने पिछले पांच सालों में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है और सीएम सिद्धारमैया जैसा बेदाग छवि का विरोधी पार्टी में कोई नेता नहीं है। 2004 में कांग्रेस ने एक संयुक्त सरकार बनाने के लिए जेडी (एस) के साथ हाथ मिला लिया था जो केवल 20 महीने तक चला था।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो