नसीरुद्दीन शाह ने फिर साधा केंद्र सरकार पर निशाना, हक के लिए आवाज उठाने वाले जेलों में बंद बता दें कि अभी राज्य की आठ सीटों अहमदनगर, औरंगाबाद, जालना, पुणे, रवर, सिंधुदुर्ग-रत्नागिरी, वाशिम और यवतमाल पर फैसला नहीं हो पाया है। इनमें से कई सीटों पर कांग्रेस और एनसीपी दोनों दावा कर रही हैं। गत लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने 26 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे जबकि एनसीपी 21 सीटों पर लड़ी। कांग्रेस को दो सीट और एनसीपी को पांच सीटें मिलीं। पहले दिसंबर में भी एनसीपी प्रमुख शरद यादव (Sharad Pawar) ने बताया था कि आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और राकांपा मिलकर लड़ेंगे। इसके अलावा ‘दोस्त’ भी शामिल होंगे। सीट बंटवारे को लेकर कोई भ्रम नहीं है। अगर कोई भ्रम होता है तो दोनों पार्टियों के राष्ट्रीय अध्यक्ष एक साथ बैठकर सुलझा लेंगे। साथ ही शरद यादव ने यह भी जानकारी दी कि सभी विपक्षी दलों ने एक साथ आने और महागठबंधन बनाने का फैसला किया है। उस दिशा में भी बातचीत चल रही है। महागठबंधन के बाद जिस पार्टी की अधिकतम ताकत होगी, उसे राज्य में अधिक सीटें दी जाएंगी।