मुझे इस बयान की जानकारी नहीं: राहुल
मंगलवार को राजधानी दिल्ली में राहुल गांधी ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया और कहा कि वह इस मामले से ‘अनभिज्ञ’ हैं। उन्होंने कहा कि मुझे इस मुद्दे के बारे में जानकारी नहीं है। मुझे अभी इस बारे में बताया गया है और मैं इस बारे में पता करूंगा और उसके बाद ही प्रतिक्रिया दूंगा।
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बीजेपी बोली- बांटने का काम कर रही कांग्रेस
कमलनाथ को भी अपने बयान से राजनीतिक आलोचना झेलनी पड़ रही है। बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस पर विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाया। विजयवर्गीय ने कहा कि कमलनाथ का जन्म उत्तरप्रदेश में हुआ था और यह उनपर नहीं जंच रहा है कि वह जहां जन्मे हैं, वहीं के लोगों के विरुद्ध बोलें। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र को लड़ाकर विभाजनकारी राजनीति करना चाहती है। केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने भी कमलनाथ और राहुल से माफी की मांग की। सिंह ने कहा कि मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि वह संघवाद में विश्वास करते हैं या नहीं। कमलनाथ और राहुल गांधी दोनों को देश से, खासकर बिहार और उत्तरप्रदेश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।
सपा और राजद ने भी पढ़ाया एकता का पाठ
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि जो कमलनाथ ने कहा है वह गलत है। पहले उत्तरप्रदेश और बिहार के लोगों को महाराष्ट्र में निशाना बनाया गया और अब मध्यप्रदेश में भी वही हो रहा है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। आरजेडी नेता मनोज झा ने कहा कि अगर जो कमलनाथ ने कहा है वह सही है तो यह बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसी चीजें भारत के विचार को बर्बाद करने वाली और संकीर्ण राजनीतिक मानसिकता को दर्शाती हैं। मैं कांग्रेस नेताओं से ऐसी बातों से दूर रहने का आग्रह करूंगा।
कमलनाथ ने आखिर कहा क्या था?
कमलनाथ ने राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि जो सुविधाएं हम उद्योगों को प्रदान करते हैं, उसका फायदा उद्योगों द्वारा तभी उठाया जा सकता है जब 70 प्रतिशत रोजगार मध्यप्रदेश के स्थानीय लोगों दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कई उद्योग हैं, जहां अन्य राज्यों के लोग नौकरियां पा जाते हैं, बिहार और उत्तरप्रदेश से, मैं उनकी आलोचना नहीं कर रहा हूं। लेकिन मध्यप्रदेश के हमारे नौजवान रोजगार से वंचित रह जाते हैं।
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