जुटेगा विपक्ष का कुनबा दिल्ली के ताज होटल में इफ्तार पार्टी कांग्रेस का अल्पसंख्यक विभाग आयोजित कर रहा है। कांग्रेस ने यूपीए के सहयोगियों को भी पार्टी में शिरकत का निमंत्रण भेजा है। पिछले दिनों यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी की डिनर पार्टी में आने वाले सभी विपक्षी दलों के नेताओं को निमंत्रण भेजा गया है। जिसमें कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी, जेडीएस अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पार्टी में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा यूपी की राजनीति में अहम किरादर अदा करने वाले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा अध्यक्ष मायावती को कार्ड भेजा गया है। वहीं बिहार से तेजस्वी यादव, सीताराम येचुरी, शरद पवार और मुलायम सिंह यादव के भी शामिल होने की संभावना है।
पहले प्रणब मुखर्जी और केजरीवाल को नहीं भेजा आमंत्रण इससे पहले ऐसी खबर आई थी कांग्रेस पार्टी ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और पूर्व उप राष्ट्रपति राष्ट्रपति हामिद अंसारी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को इफ्तार पार्टी में ना बुलाने का फैसला लिया था, लेकिन सोमवार शाम को कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी दोनों को ही इफ्तार पार्टी में आमंत्रित किया है। हालांकि सीएम केजरीवाल को अभी भी आमंत्रित करने की कोई खबर नहीं है।
सवाल उठा तो मुखर्जी को भेजा गया निमंत्रण रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ”कई मीडिया हाउस ने कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से मुखर्जी को इफ्तार पार्टी में आमंत्रित करने को लेकर सवाल उठाया है, लेकिन मैं बताना चाहूंगा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रणब मुखर्जी को आमंत्रित किया है और उन्होंने शालीनतापूर्वक इसे स्वीकार किया है। उम्मीद है कि इसस बेबुनियाद कयासबाजी बंद हो जाएगी।’
प्रणब दा से खफा है कांग्रेस? प्रणब मुखर्जी को इफ्तार पार्टी में ना बुलाए जाने वाला पार्टी का फैसला मीडिया की सुर्खियों में रहा था। कहा जा रहा था कि प्रणब दा के आरएसएस मुख्यालय जाने से कांग्रेस पार्टी बहुत ज्यादा खफा है और इसी की वजह से उन्हें इफ्तार पार्टी में आमंत्रित नहीं किया जा रहा है। हालांकि कांग्रेस ने ये कहा था कि प्रोटोकॉल की वजह से प्रणब मुखर्जी को नहीं बुलाया गया और नहीं बुलाने का फैसला पहले ही हो गया था। वहीं प्रणब मुखर्जी के दफ्तर ने भी कहा की प्रोटोकॉल की वजह से उन्हें बुलाना सही नहीं है, इसमें उनको कोई ऐतराज भी नहीं है।