कांग्रेस का आरोप- लोगों को हो रही दिक्कतें
कांग्रेस ने कहा कि सरकार रिवर्स माइग्रेशन को नियंत्रित करने में असमर्थ है। बिना प्लानिंग ही लॉकडाउन करने से ये समस्या खड़ी हुई है। जिसके कारण नागरिकों, विशेष रूप से प्रवासी मजदूरों को दिन-प्रतिदिन के जीवन में अत्यधिक कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा है, “निलंबित परिवहन, बाधित आपूर्ति श्रंखला, पुलिस और सक्रिय विशेष लोगों को सही जानकारी न होना, बगर योजना के लागू लॉकडाउन के परिणाम हैं।”
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कांग्रेस ने सरकार से व्यवस्था करने की अपील की
कई लोग विभिन्न शहरों में फंस गए और अपनी मनचाही जगहों पर नहीं जा पाए, पार्टी ने सरकार से इस पर गौर करने की अपील की है। इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार ने फंसे हुए लोगों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर दिया है।
सरकार ने समय का सही इस्तेमाल नहीं किया
पार्टी ने आरोप लगाया है कि सरकार ने तैयारी करने के लिए मिले उस समय को बर्बाद कर दिया, जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने फरवरी के शुरू में ही इस मुद्दे पर सरकार को आगाह किया था। कांग्रेस ने ट्वीट किया, “भाजपा की योजना की कमी ने हजारों लोगों को भूखे और बेघर कर दिया है। सरकार को देशव्यापी लॉकडाउन लागू करने से पहले लोगों की मदद करने के लिए एक लक्षित योजना के साथ सामने आना चाहिए था।”
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राहत पैकेज देने पर भी कांग्रेस ने खड़े किए सवाल
सरकार ने जरूरतमंदों और गरीबों की मदद के लिए कई घोषणाएं की हैं और 1.7 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की है। लेकिन पार्टी का कहना है कि यह ऐसे समय में ‘बहुत कम’ है जब मांग अधिक है। कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा कि सरकार का कोविड-19 आर्थिक पैकेज ऊंट के मुंह में जीरा है। 135 करोड़ की अबादी के लिए 22.5 अरब डॉलर पर्याप्त नहीं है, जबकि 58 लाख की आबादी वाले सिंगापुर ने 33 अरब डॉलर दिए हैं।